UPSC : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे चुनौतीपूर्ण प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक है. यूपीएससी 2024 के लिए 9.9 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया, लेकिन केवल 1009 अभ्यर्थियों का चयन सिविल सर्विस के लिए हुआ है. जाहिर है लाखों अभ्यर्थियों के लिए परिणाम अच्छा नहीं रहा. आप अगर इनमें से एक हैं, तो निराश न हों. आपके लिए राहें अभी भी खुली हैं.
- सामान्य श्रेणी के 6 एवं ओबीसी उम्मीदवार 9 बार दे सकते हैं यूपीएससी
- माइक्रोसॉफ्ट के सीइओ सत्य नडेला ने तीन बार यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे.
- पूर्व सीइए अरविंद सुब्रमण्यम तीन बार परीक्षा में शामिल हुए, लेकिन वे सफल न हो सके.
दे सकते हैं अन्य सरकारी परीक्षाएं
आपके पास राज्य पीएससी, एसएससी, आरआरबी, आरबीआइ और सीएपीएफ जैसी अन्य सरकारी परीक्षाओं में शामिल होने का विकल्प है. इन परीक्षाओं का सिलेबस और कम्पटीशन यूपीएससी सीएसइ की तुलना में कम होता है.
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सरकारी कंपनियां दे रही हैं मौके
देश की कई सरकारी कंपनियां अपने यहां निकाली जानेवाली रिक्तियों में यूपीएससी में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के चयन को प्राथमिकता देती हैं. भारतीय खेल प्राधिकरण, एनटीपीसी एवं एसजेवीएन लिमिटेड ऐसे संस्थानों में शामिल हैं.
फेलोशिप से बनाएं आगे की राह
आप रामानुजन फेलोशिप, टीच फॉर इंडिया, गांधी फेलोशिप, यंग इंडिया फेलोशिप और एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फेलोशिप जैसे कई कार्यक्रमों से जुड़ सकते हैं. एलएएमपी (संसद सदस्यों के विधायी सहायक) फेलोशिप यूपीएससी उम्मीदवारों के बीच काफी लोकप्रिय है.
बढ़ें मनचाही नौकरी की ओर
यूपीएससी की तैयारी एनालिटिकल स्किल्स, डिसीजन लेने की क्षमता और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स को मजबूत बनाती है. इन स्किल्स के साथ आप कॉरपोरेट या प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं. आपके पास टीचिंग, जर्नलिज्म, बैंकिंग व फाइनेंस सेक्टर जैसे अन्य क्षेत्रों में काम करने का भी विकल्प है.