नयी दिल्ली : केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के नये चेयरमैन पीसी मोदी ने आयकर विभाग को राजस्व संग्रह को अधिकतम करने और कर-भुगतान करने वालों की संख्या बढ़ाने के लिए कमर कसने को कहा है. सीबीडीटी के नये प्रमुख ने कर अधिकारियों से छोटे करदाताओं को होने वाली दिक्कतों और शिकायतें दूर करने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा है. साथ ही, पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ करने को कहा है.
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केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में मोदी को सीबीडीटी का चेयरमैन नियुक्त किया था. मोदी ने 15 फरवरी को पदभार ग्रहण किया था. सीबीडीटी आयकर विभाग के लिए नीति बनाने वाला निकाय है. सीबीडीटी चेयरमैन ने कर विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों के प्रमुखों को लिखे आधिकारिक पत्र में कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता राजस्व संग्रह को बढ़ाना होगा.
उन्होंने कहा कि हमें कर आधार को व्यापक करने की जरूरत है. साथ ही, भौतिक और मानव संसाधनों का अनुकूल उपयोग सुनिश्चित करना है. इस पत्र में कहा गया है कि देश में कर आधार बढ़ाने की कवायद शुरू की जानी चाहिए और इसमें अधिकारियों की तरफ से किसी भी तरह की मनमानी और उत्पीड़न नहीं होना चाहिए.
आयकर विभाग को चालू वित्त वर्ष के लिए 11.5 लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष कर जुटाने का लक्ष्य दिया गया है. सीबीडीटी के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें चालू वित्त वर्ष में राजस्व संग्रह के लक्ष्य के पार जाने की उम्मीद है, क्योंकि वित्त वर्ष खत्म होने में अभी एक महीने का समय बचा है.
देश में फिलहाल प्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या छह करोड़ से ज्यादा है और केंद्र सरकार इस कर आधार को (करदाताओं की संख्या) बढ़ाने के लिए विभाग को समय-समय पर निर्देश देता रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी कमाई पर कर का भुगतान करें.सीबीडीटी प्रमुख मोदी ने कहा कि हमारी कवायद त्रुटिहीन, मैत्रीपूर्ण, उद्देश्यपूर्ण और बिना किसी डर के होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि करदाताओं को समय से गुणवत्तापरक सेवाओं का वितरण आयकर विभाग का दूसरा प्रमुख क्षेत्र है.
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