नयी दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आईडीबीआई बैंक से लिए गये 600 करोड़ रूपये के फंसे कर्ज मामले में एयरसेल के पूर्व प्रवर्तक सी शिवशंकरन की दो कंपनियों, सिंडिकेट बैंक और इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशकों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. शिवशंकरन की कंपनियों ने फरवरी , 2014 में कथित रूप से 530 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था. गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए ) बनने के बाद यह राशि 600 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी.
अधिकारियों ने बताया कि आईडीबीआई के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक और वर्तमान में इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर खरात, सिंडिकेट बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (जो उस समय आईडीबीआई बैंक के उप प्रबंध निदेशक थे) मेलविन रेगो के खिलाफ भी मामला दायर किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने 50 ठिकानों की तलाशी ली. इनमें आईडीबीआई बैंक के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के आवास भी शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, मुंबई, फरीदाबाद, गांधीनगर, चेन्नई, बेंगलूरु, बेलगाम, हैदराबाद, जयपुर और पुणे में जांच एजेंसी ने तलाशी ली. उन्होंने बताया कि यह मामला फिनलैंड की विन विंड ओई और एक्सेल सनशाइन लिमिटेड के ऋण खातों के माध्यम से धोखाधड़ी करने के आरोपों में ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह स्थित एक्सेल सनशाइन लिमिटेड के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र , धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारियों सहित आईडीबीआई बैंक के 15 वरिष्ठ अधिकारियों और 24 निजी क्षेत्र के अधिकारियों (चेयरमैन एवं निदेशकों सहित) और उनकी कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.