PM Surya Ghar Yojana: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को आगे बढ़ाने के लिए टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड ने एक अहम कदम उठाया है. कंपनी ने लोगों को घरों की छतों पर सौर प्रणाली अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से सोलर एंबेसडर पहल की शुरुआत की है. इस पहल का मकसद सिर्फ जानकारी देना नहीं, बल्कि सौर ऊर्जा को लेकर लोगों की झिझक दूर करना और उन्हें व्यवहारिक रूप से इसे अपनाने के लिए तैयार करना है.
20 प्रशिक्षित सोलर एंबेसडर संभालेंगे जिम्मेदारी
टाटा पावर-डीडीएल ने इस पहल के तहत 20 विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों को सोलर एंबेसडर नियुक्त किया है. ये एंबेसडर घर-घर जाकर लोगों को रूफटॉप सोलर सिस्टम के फायदे समझाएंगे, इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देंगे और सरकारी योजना के तहत मिलने वाले लाभों से अवगत कराएंगे. कंपनी का मानना है कि सीधे संवाद और भरोसे के जरिए सौर ऊर्जा को अपनाने की गति तेज की जा सकती है.
राष्ट्रीय युवा दिवस पर लॉन्च
सोलर एंबेसडर पहल को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर टीपीएसडीआई–सीईएनपीईआईडी ग्रीन एनर्जी स्किल सेंटर में पेश किया गया. इस मौके को चुनने के पीछे कंपनी का उद्देश्य युवाओं को स्वच्छ ऊर्जा आंदोलन का सक्रिय हिस्सा बनाना है. कार्यक्रम के जरिए यह संदेश दिया गया कि देश के ऊर्जा भविष्य को मजबूत बनाने में युवाओं की भूमिका बेहद अहम है.
हरित ऊर्जा कौशल पर फोकस
टाटा पावर-डीडीएल के प्रवक्ता ने कहा कि युवाओं को भविष्य के लिए तैयार हरित ऊर्जा कौशल से लैस करना भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए जरूरी है. सोलर एंबेसडर पहल पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत रूफटॉप सोलर को बढ़ावा देने के राष्ट्रीय लक्ष्य का समर्थन करती है. जमीनी स्तर पर काम करने वाले ये एंबेसडर बदलाव के उत्प्रेरक बनेंगे और समुदायों में जागरूकता बढ़ाएंगे.
दिल्ली सरकार का समर्थन
इस अवसर पर दिल्ली सरकार के विशेष सचिव (विद्युत) रवि दधीच ने कहा कि भारत का स्वच्छ ऊर्जा बदलाव काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि अगली पीढ़ी को कितनी प्रभावी ढंग से सशक्त बनाया जाता है. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के जरिए सरकार का लक्ष्य देशभर में एक करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ना है. उन्होंने यह भी कहा कि भले ही सौर संयंत्रों के लिए स्थान सीमित हो, लेकिन हर उपलब्ध छत और सतह का अधिकतम उपयोग जरूरी है.
नीति और जमीनी कार्रवाई के बीच सेतु
रवि दधीच के अनुसार, टाटा पावर-डीडीएल का सोलर एंबेसडर कार्यक्रम नीतिगत उद्देश्यों को जमीनी स्तर पर कार्रवाई से जोड़ने का बेहतरीन उदाहरण है. ऐसी पहलें न केवल लोगों में जागरूकता बढ़ाती हैं, बल्कि सौर ऊर्जा को अपनाने की प्रक्रिया को सरल और भरोसेमंद बनाती हैं. इससे सामुदायिक स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा को लेकर सकारात्मक माहौल तैयार होता है.
इसे भी पढ़ें: 8th Pay Commission से पहले सरकारी कर्मचारियों को बड़ा झटका! ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल नहीं करेगी सरकार
उत्तरी दिल्ली में बिजली सप्लाई कर रही टाटा पावर
टाटा पावर-डीडीएल, दिल्ली सरकार और टाटा पावर का संयुक्त उद्यम है और उत्तर दिल्ली क्षेत्र में लगभग 90 लाख लोगों को बिजली आपूर्ति करती है. सोलर एंबेसडर पहल के जरिए कंपनी न सिर्फ अपनी वितरण भूमिका निभा रही है, बल्कि राजधानी में स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा के भविष्य को आकार देने की दिशा में भी सक्रिय योगदान दे रही है.
भाषा इनपुट के साथ
इसे भी पढ़ें: कितनी दौलत के मालिक हैं ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर कैमरन ग्रीन, जिन्हें केकेआर ने 25.20 करोड़ में खरीदा
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

