सिलीगुड़ी. करीब एक सप्ताह तक सेव ड्राइव सेव लाइफ अभियान चलाकर आम लोगों को ट्राफिक के प्रति जागरूक करने के बाद सिलीगुड़ी ट्राफिक पुलिस ने अब दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ अपने तेवर तल्ख कर लिये हैं. ट्राफिक नियमों की अनदेखी करने वाले दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इतना ही नहीं, अन्य वाहन चालकों पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी रहेगी.
ट्राफिक पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोपहिया वाहनों के चालक के साथ ही पीछे की सवारी के लिए भी हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है. इसको लेकर सोमवार को ट्राफिक पुलिस द्वारा अचानक धर-पकड़ अभियान शुरू होने से खलबली मच गई. सिलीगुड़ी के दार्जिलिंग मोड़ इलाके में ट्राफिक पुलिस की ओर से आज ही इस कार्रवाई की शुरूआत की गई. इस दौरान काफी दोपहिया वाहन चालकों को पकड़ा गया. पीछे बैठी सवारी का हेलमेट नहीं होने पर चालान काटे गये.
ट्राफिक पुलिस द्वारा अचानक शुरू की गई इस कार्रवाई को लेकर दोपहिया वाहन चालकों में रोष उत्पन्न हो गया. इसको लेकर कहा-सुनी भी हुई. आम लोगों का कहना है कि दोपहिया वाहन चालक के साथ ही उस पर बैठने वालों के लिए हेलमेट अनिवार्य करने संबंधी नियम बनाने से पहले ट्राफिक पुलिस को पहले इसका प्रचार करना चाहिए था. आम लोगों को बगैर किसी जानकारी के ही इस प्रकार की कार्रवाई शुरू कर दी गई, जो सही नहीं है. आम लोगों की शिकायत मिलने के बाद ट्राफिक पुलिस ने आज इस अभियान को फिलहाल स्थगित कर दिया है. लेकिन कल मंगलवार से सिलीगुड़ी में विभिन्न स्थानों पर ट्राफिक पुलिस बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करेगी. इतना ही नहीं, ट्राफिक नियम तोड़ने वाले अन्य वाहन चालकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है. पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि ट्राफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ लाइसेंस रद्द करने अथवा निलंबित करने तक की कार्रवाई हो सकती है. शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. चालान तो काटे ही जायेंगे, साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस को भी रद्द किया जा सकता है. ट्राफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि दूसरी बार शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित किया जा सकता है. रेड सिगनल तोड़ने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने आगे कहा कि तेज गति से वाहन चलाने वालों पर भी पुलिस की कड़ी नजर है. विभिन्न ट्राफिक प्वाइंटों पर ओवर स्पीड चलने वाले वाहन को पकड़ने के लिए लेजरगण लगाया गया है.