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तृणमूल नेता की सरेआम हत्या

वारदात.जमीन बिक्री के हिस्से को लेकर काफी दिनों से चल रहा था विवाद हत्या के आरोपी भाजपा नेता हरेंद्र यादव अपने साथियों के साथ फरार सभी के बिहार में अंडरग्राउंड होने का अंदेशा चंपासारी के पोकाइजोत की जमीन के 15 लाख रुपये को लेकर दोनों में हुआ था झगड़ा मृतक मूल रूप से बिहार के […]

वारदात.जमीन बिक्री के हिस्से को लेकर काफी दिनों से चल रहा था विवाद
हत्या के आरोपी भाजपा नेता हरेंद्र यादव अपने साथियों के साथ फरार
सभी के बिहार में अंडरग्राउंड होने का अंदेशा
चंपासारी के पोकाइजोत की जमीन के 15 लाख रुपये को लेकर दोनों में हुआ था झगड़ा
मृतक मूल रूप से बिहार के गोपालगंज का बाशिंदा
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी का चर्चित भू-माफिया सह तृणमूल कांग्रेस नेता सत्येंद्र प्रसाद (38) की सरेआम गोलीमार कर हत्या करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. हत्या की घटना बीती रात को सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के खोरीबाड़ी थानांतर्गत बिहार-बंगाल बोर्डर स्थित चकरमारी के लाडली लाइन होटल में घटी. हत्या का आरोप भाजपा नेता हरेंद्र यादव और उसके साथियों पर लगा है. वारदात के बाद कथित तौर पर हरेंद्र यादव अपनी ही कार से सभी साथियों के साथ फरार हो गया. पुलिस सभी आरोपियों के बिहार में अंडर ग्राउंड होने का अंदेशा लगा रही है.
गोली लगने के साथ ही सत्येंद्र को गंभीर अवस्था में रात में ही उनके साथियों और खोरीबाड़ी पुलिस के सहयोग से माटीगाड़ा के एक नर्सिंग होम में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. रविवार को पुलिस ने मृतक का पंचनामा और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा कर लाश परिजनों को सौंप दिया. मृतक सत्येंद्र प्रसाद काफी वर्षों से सिलीगुड़ी के प्रधाननगर थाना क्षेत्र के मल्लागुड़ी के टी ऑक्सन रोड में ग्रीन पार्क के पास अपने ही मकान में पत्नी अनामिका एवं दो छोटे लड़के व एक लड़की के साथ रह रहा था. उसके पिता का नाम हरेश्वर प्रसाद है. ये लोग मूल रूप से बिहार के गोपालगंज के वासिंदा हैं. विदित हो कि मृतक सत्येंद्र भी इससे पहले हत्या के एक आरोप में जेल की हवा खा चुका था. उसपर तकरीबन दो साल पहले प्रधाननगर के एक राशन दुकानदार की हत्या का जघन्य आरोप लगा था.
कौन है हरेंद्र यादवः हरेंद्र यादव चंपासारी के ही पोकाइजोत का रहनेवाला है. वह वर्तमान में भाजपा के एक नंबर मंडल का अध्यक्ष है और दो साल पहले हुए सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव के दौरान अपने ही वार्ड क्षेत्र 46 नंबर वार्ड से भाजपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था. हरेंद्र का कच्चे मालों की मंडी मल्लागुड़ी स्थित सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में कच्चे माल का कारोबार भी है. साथ ही जमीन खरीदने और बेचने के धंधे से भी जुड़ा हुआ है.
एसपी का दावा जल्द सभी आरोपी होंगे सलाखों के पीछे
दार्जिलिंग जिले के पुलिस अधिक्षक (एसपी) अमित पी. जावलगी ने दावे के साथ कहा कि सभी आरोपी जल्द सलाखों के पीछे होंगे. वारदात को लेकर मृतक के साथी जो चश्मदीद गवाह हैं, उनसे गहन पूछताछ जारी है. साथ ही लाइन होटल के सीटीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाला जा रहा है. सभी आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है. पूरे घटनाक्रम का मुख्य आरोपी हरेंद्र यादव है जो फिलहाल अपने अन्य तीन साथियों के साथ फरार है. पुलिस वारदात की हरेक पहलुओं की गहन तफ्तीश में जुट चुकी है.
क्या कहना है भाजपा अध्यक्ष प्रवीण सिंहल का
भाजपा के सिलीगुड़ी इकाई के अध्यक्ष प्रवीण सिंहल (अग्रवाल) का कहना है कि इस घटनाक्रम से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. हत्या की यह वारदात तृकां की अपनी माफियागीरी की गुटीय रंजिश है जिसे तृकां राजनैतिक रूप देकर भाजपा को बदनाम करने की गंदी साजिश रच रही है. ममता सरकार भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता देखकर अपनी सत्ता के पावर का गलत इस्तेमाल कर केवल सिलीगुड़ी में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य भर में भाजपा नेता-कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसा रही है.
क्या कहना है तृकां नेता रंजन सरकार का
सिलीगुड़ी नगर निगम में विरोधी दल के तृकां नेता रंजन सरकार उर्फ राणा दा का कहना है कि भाजपा की हिंसक राजनीति का खामियाजा आज तृकां ही नहीं बल्कि एक साधारण परिवार ने भुगता है. तीन छोटे मासूम बच्चों के सिर से बाप का साया चला गया. उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रामनवमी के दिन पूरे राज्य में राम महोत्सव की आड़ में भाजपा, आरआरएस व विहिप द्वारा किये गये सरेआम अस्त्र प्रदर्शन कर लोगों को आतंकित करने की जो साजिश की बात माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कही थी भाजपा ने सिलीगुड़ी में प्रमाणित कर दिया. उन्होंने पुलिस प्रशासन से सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तारी कर सख्त कार्रवायी करने और पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की अपील की.
कैसे हुई वारदात
मृतक के एक साथी व चश्मदीद गवाह विनोद प्रसाद द्वारा पुलिस को दिये बयान के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. सत्येंद्र कल अपने दो साथियों विनोद प्रसाद व सरबजीत के साथ बिहार से सिलीगुड़ी अपने वाहन से लौट रहा था. बिहार-बंगाल बोर्डर के खोरीबाड़ी के चकरमारी स्थित लाडली लाइन होटल में वे सभी खाने-पीने के लिए रूके. कुछ देर बाद ही हरेंद्र यादव अपने अन्य तीन साथियों के साथ होटल में पहुंच गया. इस दौरान पिछले विवाद को लेकर सत्येंद्र की हरेंद्र के साथ नोंक-झोंक हो गयी और देखते ही देखते हरेंद्र ने सत्येंद्र पर पिस्तौल तान दिया और दो राउंड गोली दाग दी. वारदात के बाद हरेंद्र अपने सभी साथियों के साथ बगैर नंबर प्लेट वाली सफेद रंग की नयी स्कॉर्पियों कार से बिहार की ओर फरार हो गया.
क्या है पूरा मामलाः मृतक सत्येंद्र प्रसाद के पारिवारिक सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार जमीन के पूराने विवाद को लेकर ही हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है. जमीन बिक्री के हिस्से को लेकर सत्येंद्र और हरेंद्र के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था. हरेंद्र का दावा था कि प्रधाननगर थाना क्षेत्र के चंपासारी इलाके के पोकाई जोत की एक जमीन पर दोनों का साझा था. दोनों ने विशाल जमीन की प्लाटिंग करके बेचा था.उसी जमीन को लेकर हरेंद्र का सत्येंद्र के पास 15 लाख रुपये बकाया पड़ा था. इस 15 लाख रुपये को लेकर 10-15 दिन पहले भी हरेंद्र का सत्येंद्र के साथ काफी विवाद हुआ था.

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