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नकली नोट के धंधे का सरगना गिरफ्तार

मालदा. जाली नोट के कारोबार से जुड़े एक सरगना को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारियों ने फरक्का स्टेशन से लगे इलाके से गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर एनआइए के अधिकारी कोलकाता लिये गये. एनआइए सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार सरगना का नाम ताहिर शेख (34) है. उसका घर वैष्णवनगर थाने के […]

मालदा. जाली नोट के कारोबार से जुड़े एक सरगना को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारियों ने फरक्का स्टेशन से लगे इलाके से गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर एनआइए के अधिकारी कोलकाता लिये गये. एनआइए सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार सरगना का नाम ताहिर शेख (34) है. उसका घर वैष्णवनगर थाने के दौलतपुर गांव में है. काफी दिनों से वह जाली नोट तस्करी और नोट लाने- ले जाने के लिए कूरियरों की भरती कर रहा था. शुक्रवार दोपहर को ताहिर कोलकाता की कोई ट्रेन पकड़ने के लिए फरक्का स्टेशन गया हुआ था. लेकिन खुफिया जानकारी के आधार पर उसे स्टेशन के बाहर दबोच लिया गया.
एनआइए सूत्रों ने बताया कि 7 मई 2015 को मालदा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित दौलतपुर इलाके से 64 लाख रुपये के जाली नोट के साथ बरकत अली नामक एक व्यक्ति को बीएसएफ के खुफिया अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था. इस घटना में दौलतपुर के कई जाली नोट कारोबारियों का नाम सामने आया था. जाली नोटों की इतनी बड़ी खेप बरामदगी के बाद यह मामला एनआइए को सौंपा गया था. इसके बाद एनआइए ने अभियान चलाकर इस मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया. इनमें डालिम शेख, सलीम शेख, अनीफुल शेख और जिउल शेख शामिल थे. ये सभी दौलपुर गांव के ही रहनेवाले हैं. इन सबको अदालत से रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए एनआइए के अधिकारी कोलकाता ले गये थे. इन लोगों से पूछताछ में सरगना ताहिर शेख का नाम सामने आया.
एनआइए के एक अधिकारी ने बताया कि ताहिर शेख इलाके में एक आम किसान के रूप में जाना जाता है. लेकिन वह काफी दिनों से जाली नोट के धंधे से जुड़ा हुआ था. पहले वह कूरियर के रूप में काम करता था. लेकिन वह बाद में जाली नोट के धंधे का सरगना बना गया और इलाके में कूरियरों की भरती करने लगा. सीमा पार से आनेवाले जाली नोट उसी के घर में रखे जाते थे. जाली नोट रखने के लिए उसने एक गुप्त ठिकाना बना रखा था. बाद में वह समय देखकर इन जाली नोटों की तस्करी कराता था.
एनआइए के एक अधिकारी ने बताया कि कालियाचक और वैष्णवनगर के भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित कई इलाके जाली नोट के धंधे के केंद्र बन गये थे. पैसे का लालच देकर कई महिलाओं को भी इस धंधे से जोड़ा गया था. बीते दो महीनों में जाली नोट की तस्करी में मालदा पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा भी एक के बाद एक कई तस्कर पकड़े गये. एनआइए अधिकारियों का कहना है कि सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोट रद्द किये जाने से जाली नोट का धंधा फिलहाल पूरी तरह बंद हो जायेगा. इसक बावजूद इस धंधे से जो लोग जुड़े हुए थे, उन सभी की धर-पकड़ की जा रही है.

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