इस दौरान कमिटी के अध्यक्ष भरत बस्नेत ने सिक्किम के राज्यपाल को इस्तीफा देने या अविलंब पद से हटाने की मांग रखी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर बुधवार से सिक्किम के विभिन्न इलाकों में जनसभा कर नागरिकों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया है. वहलोग इस मामले को लेकर कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से भी मिलने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
उन्होंने इन मामलों में घोटालों का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर ना तो सिक्किम सरकार कोइ कदम उठा रही है और ना ही राज्यपाल कुछ रहे हैं. राज्यपाल स्वयं राज्य सरकार के घोटालों को समर्थन दे रहे हैं. वह राज्यपाल के पद की गरिमा का भी अपमान कर रहे हैं. संविधान की मर्यादा बनाये रखने के लिये एक फोरम बनाने की जानकारी भी उन्होंने दी. उन्होंने कहा कि पूर्व लोकसभा सांसद पहलमान सुब्बा को इस फोरम का अध्यक्ष बनाया गया है.
इसके अतिरिक्त इस फोरम में कइ प्रतिष्ठित व्यक्ति को शामिल किया गया है. हाल ही में बौद्ध भिक्षुओं ने राजभवन के सामने राज्यपाल के खिलाफ आंदोलन किया था. राज्यपाल को हटाने की मांग को लेकर अपनी आगामी रणनीति की घोषणा करते हुए भरत बस्नेत ने कहा कि बुधवार से सिक्किम के विभिन्न इलाकों में जनसभा का आयोजन किया गया है.इसके अतिरिक्त कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने की कवायद भी तेज की गयी है. प्रधान मंत्री और गृहमंत्री को भी इस मामले की जानकारी दी गयी है.