जलपाईगुड़ी. बानरहाट थाने के कांस्टेबल चंदन राय की आत्महत्या और उनकी राइफल हटाये जाने की घटना में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जायेगा, उस पर कार्रवाई की जायेगी. राज्य पुलिस के उच्च स्तरीय निर्देश पर अब मामले की जांच अंतिम चरण में है.
उस दिन कांस्टेबल चंदन राय क्यों सो रहे थे, उन्होंने आत्महत्या का रास्ता क्यों चुना, बानरहाट थाने के ड्यूटी अफसर अपने कक्ष में क्यों नहीं थे, डीआइ-2 राम सिंह किस मकसद से चंदन राय की राइफल दूसरे पुलिस कैंप में ले गये थे- इन सभी विषयों पर छानबीन की जा रही है. उस दिन की घटना में जिसकी भी लापरवाही पायी जायेगी, उसके खिलाफ कदम उठाये जायेंगे. शुक्रवार को अपने कार्यालय में जिला पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती ने यह जानकारी दी.
उल्लेखनीय है कि गत 10 अगस्त की रात को जलपाईगुड़ी जिला पुलिस के डीआइ-2 राम सिंह बानरहाट थाने के निरीक्षण के लिए पहुंचे. वहां संतरी ड्यूटी कर रहे कांस्टेबल चंदन राय सोते मिले थे. राम सिंह ने उनकी राइफल चुपचाप लेकर नजदीक के ही एक अन्य पुलिस कैंप में जमा करा दी और फिर से थाने आये. तब पता चला की राइफल चोरी होने से घबराकर कांस्टेबल चंदन राय ने फांसी लगा ली है. एसपी माइती ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) भोलानाथ पांडे और डीएसपी (क्राइम) विद्युत तरफदार को लेकर दो सदस्यीय जांच कमिटी बनायी गयी है.
कमिटी की जांच अंतिम चरण में है. जांच में देखा जा रहा है कि राइफल नहीं मिलने पर चंदन राय ने ऊपरी अधिकारियों को खबर देने की जगह सीधे आत्महत्या का रास्ता क्यों चुन लिया. चंदन राय की मानसिक अवस्था ऐसी क्यों बनी? बताया जा रहा है कि थाने के ड्यूटी अफसर उस समय बाथरूम गये हुए थे, लेकिन बाकी थाना क्या कर रहा था? राम सिंह ने राइफल उसी थाने की जगह दूसरे कैंप में क्यों जमा करायी? जिला पुलिस सू्त्रों ने बताया कि जांच में इन सब बिंदुओं को शामिल किया गया है.
जिला पुलिस ने चंदन राय के परिवार के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया है. इस घटना से जुड़े सभी पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की गयी है. आगामी दो-तीन दिन के अंदर जांच कमिटी की रिपोर्ट सामने आ जायेगी. राज्य पुलिस के उच्चपदस्थ अधिकारियों के पास रिपोर्ट भेजने के बाद जिला पुलिस आवश्यक कदम उठायेगी.