इन सभी को बागडोगरा थाना पुलिस के एक अधिकारी तथा अन्य पुलिस वालों ने ढाई घंटे तक रोके रखा.परिवार वालों ने बेटे के देश के लिए शहीद होने की दुहाई दी और सबकुछ रो-रो कर बताया, उसके बाद भी पुलिस वालों पर कोई असर नहीं हुआ. पुलिस वाले ओवरलोडिंग की दुहाई देकर शहीद के परिवार वालों से ढाई हजार रुपये की मांग कर रहे थे. बाद में एक हजार रुपये देकर सभी ने अपनी जान छुड़ाई. यह सनसनीखेज आरोप बिहारी कल्याण मंच की ओर से लगाया गया है.
संगठन की ओर से गणेश त्रिपाठी और विपिन बिहारी गुप्ता मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. यहां उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के 40 नंबर वार्ड स्थित दुर्गानगर इलाका निवासी बीएसएफ के जवान दिनेश गिरि शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गये थे.
जैसे ही इन लोगों को इस बात की जानकारी मिली सभी लोग एक इनोवा वाहन में सवार होकर सिलीगुड़ी आने लगे. बागडोगरा के बिहार मोड़ पर वाहन को रोक लिया गया और गाड़ी में अधिक सवारी होने की बात कहकर पुलिस वाले पैसे की मांग करने लगे. श्री गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिवार वालों ने मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारी को पूरी जानकारी दी और कहा कि शहीद जवान के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सभी लोग जा रहे हैं,इसलिए छोड़ दें. लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया.
आखिरकार एक हजार रुपये देकर आगे के लिए रवाना हुए.श्री गुप्ता ने कहा कि शहीद के परिवार वालों के साथ पुलिस का यह बर्ताव किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्यवाही कर तत्काल उन्हें निलंबित करने की मांग की. उन्होंने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी हस्तक्षेप की मांग की है.उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में इंसाफ की गुहार लगायेंगे.