सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से वाम-कांग्रेस गठबंधन के माकपा उम्मीदवार अशोक भट्टाचार्य ने भी अपने चुनावी भाषण के दौरान तणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी को करारा जवाब देते हुए कहा कि जिस मां-माटी-मानुष की सरकार के नेता-मंत्री-सांसद भ्रष्टाचार में लिप्त है उनके मुंह से नीति-आदर्श की बातें शोभा नहीं देती. रोजवेली हो या सारधा या फिर […]
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से वाम-कांग्रेस गठबंधन के माकपा उम्मीदवार अशोक भट्टाचार्य ने भी अपने चुनावी भाषण के दौरान तणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी को करारा जवाब देते हुए कहा कि जिस मां-माटी-मानुष की सरकार के नेता-मंत्री-सांसद भ्रष्टाचार में लिप्त है उनके मुंह से नीति-आदर्श की बातें शोभा नहीं देती. रोजवेली हो या सारधा या फिर नारदा कांड सभी मामलों में तणमूल के नेता-मंत्री ही फंसे हैं.
बुधवार को शहर के आठ नंबर वार्ड के गल्लामंडी नयाबाजार के बिहार मोड़ में आयोजित चुनावी नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए श्री भट्टाचार्य ने मां-माटी-मानुष की सरकार को भ्रष्ट सरकार करार दिया और ‘दीदीर पाये हवाई चोटी, भायरा कोटीपति’ व ‘भ्रष्टाचारेर सरकार, आर नाय दोरकार’ जैसे स्लोगनों से व्यंग्य कसा. उन्होंने कहा कि बीते साढ़े चार वर्षों में बंगाल में ममता राज नहीं, बल्कि जंगल राज कायम हो गया. नुक्कड़ सभा में भारी तादाद में मौजूद कुली, मजदूर, वैन चालकों को संबोधित करते हुए श्री भट्टाचार्य ने बिहार-बंगाल की तुलना की.
उन्होंने कहा कि एक समय था जब बिहार बंगाल से काफी पिछड़ा राज्य था. लेकिन आज बिहार बंगाल से कहीं अधिक विकसित हो चुका है. रोजी-रोटी के लिए एक समय बिहार से मजदूर भाई पलायन को मजबूर हुए और पड़ोसी राज्य बंगाल में आए, लेकिन आज रोजगार के अभाव में बंगाल से पलायन शुरू हो गया है. एक समय बिहार को अंधेरा राज्य कहा जाता था,लेकिन आज घर-घर में बिजली है. वहीं ममता राज में बंगाल में मजदूरी कर किसी तरह अपना संसार चलानेवाले गरीब मजदूर व साधारण जनता के पास मनमाना बिजली बिल भेजकर घरों की बिजली काट दी जा रही है.
बिहार में शिक्षा का अवसर बढ़ा है और वहीं, बंगाल में शिक्षा स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि ममता सरकार में बंगाल का विकास नहीं, बल्कि तणमूल के नेता-मंत्री-सांसदों का विकास हुआ. उन्होंने कहा कि तणमूल के नेता-मंत्री-सांसद जहां दिन-प्रतिदिन अमीर होते गये वहीं, बंगाल की आम जनता दिन-प्रतिदिन गरीब. उन्होंने कहा कि गरीबों की अनदेखी करने वाली, चाय बागानों में श्रमिकों को भूखों मारनेवाली, युवाओं को बेरोजगार करनेवाली, महिलाओं पर अत्याचार करनेवाली, साधारण जनता को लूटनेवाली ममता सरकार को बंगाल से हटाने के लिए ही वाम-कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ है.
इसलिए उन्होंने मजदूर भाईयों से 17 अप्रैल को चुनाव के दौरान सिलीगुड़ी व डाबग्राम-फूलबाड़ी सीट से माकपा उम्मीदवारों को जिताने के लिए हंसिया-हथौड़ी-तारा चुनाव चिह्न और माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी व फांसीदेवा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को जिताने के लिए हाथ चुनाव चिह्न का बटन दबाने की अपील की. इस सभा में मौजूद सीपीआइ नेता उज्जवल चौधरी, सीटू नेता व निगम में एमएमआइसी परिमल मित्र, आठ नंबर वार्ड की पूर्व पार्षद शालिनी डालमिया, इंटक नेता बिंदेश्वरी सिंह, शंभुनाथ भारती, दिलीप दास व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी सभा को संबोधित कर इस विधानसभा चुनाव में वाम-कांग्रेस गठबंधन को जीत दिलाने की अपील की.