दो घंटे बाद ही करीब साढ़े छह बजे सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत खालापाड़ा पुलिस चौकी ने पति को घायल अवस्था में पाये जाने की जानकारी दी. वह लहूलुहान अवस्था में खालपाड़ा के पास गांधी मैदान में सड़क के किनारे पड़े पाये गये थे. उनकी गंभीर अवस्था को देखते हुए उन्हें सिलीगुड़ी जिला अस्पताल से उन्हें एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान शाम को उनकी मौत हो गयी. दूसरे दिन उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम कराया गया. उसी दिन खालपाड़ा पुलिस चौकी में पति के दोनों दोस्तों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.
लेकिन पुलिस ने आज तक दोनों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की. दोनों खुलेआम घूम रहे हैं और मामला वापस लेने के लिए जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं. पुलिस आला अधिकारियों के पास बार-बार गुहार लगाने के बाद भी उसे इंसाफ नहीं मिला. प्रियंका का कहना है कि सागर चक्रवर्ती माटीगाड़ा थाने में सिविक वालंटियर के रूप में कार्यरत है.
इसलिए पुलिस आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. प्रियंका ने बताया कि वारदात के दो महीने पहले ही 24 सितंबर को उसका विवाह सामाजिक रीति-रिवाज के साथ तापस दास के साथ हुआ था. विवाह के दो-तीन दिन बाद ही सागर और पोचन ने दो वर्ष पुरानी रंजिश के मद्देनजर उसके पति की हत्या करने की धमकी दी थी. लेकिन उसने इसे गंभीरता से नहीं लिया और दोस्ती में अनदेखा कर दिया. इस घटना की पूरी जानकारी दिये जाने के बाद गौतम देव ने पुलिस को फोन पर मामले को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया.