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इलाके पर कब्जे को लेकर आपस से भिड़ रहे हैं किन्नर
समस्या. हर दिन होती है मारपीट, आम रेलयात्री परेशान – तृणमूल नेता ने शुरू की बीच बचाव की कोशिश – बांग्लादेशी किन्नरों के आने से बिगड़ी स्थिति सिलीगुड़ी. इन दिनों रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान किन्नरों की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है़ किन्नरों पर नियंत्रण को लेकर रेलवे प्रशासन उदसीन है. एक […]
समस्या. हर दिन होती है मारपीट, आम रेलयात्री परेशान
– तृणमूल नेता ने शुरू की बीच बचाव की कोशिश
– बांग्लादेशी किन्नरों के आने से बिगड़ी स्थिति
सिलीगुड़ी. इन दिनों रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान किन्नरों की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है़ किन्नरों पर नियंत्रण को लेकर रेलवे प्रशासन उदसीन है. एक ट्रेन में आठ से दस किन्नर एक साथ चढ़ कर यात्रियों से उगाही करते हैं.
रूपये नहीं देने पर किन्नर यात्रियों के साथ विभिन्न तरह के मानसिक अत्याचार करते हैं. रेल पुलिस के आंखो के सामने यह घटना होती है लेकिन कोई कदम अभी तक नहीं उठाया गया. इधर, बांग्लादेश से आए कुछ किन्नर भी इस धंधे में आ गए हैं. इसको लेकर सिलीगुड़ी के किन्नरों के साथ आए दिन इनकी भिड़ंत हो जाती है़ आरोप है कि एनजेपी के कुछ स्थानीय नेताओं की सहायता लेकर बांग्लादेशी किन्नर स्थानीय किन्नरों पर अत्याचार कर रहें है.
आज एनजेपी स्टेशन परिसर में दो किन्नर गुटों के बीट बवाल हो गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार पिपाशा नाम की एक किन्नर करीब देढ़ वर्ष पहले बांग्लादेश से सिलीगुड़ी आयी है़ स्थानीय कुछ किन्नरों को लेकर उसने अपना एक अलग गुट बना लिया है. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से एनजेपी के स्थानीय किन्नरों के उपर वह कहर ढ़ाह रही है.
पिपाशा के साथ रहमान शेख उर्फ रोहिमा, मक्बुल हुसैन उर्फ डायना व शुभंकर उर्फ शिवानी भी हैं. कहा जाता है कि यहलोग जन्मजात किन्नर नहीं हैं. इनलोगों ने अपना लिंग परिवर्तन करा लिया है़ एनजेपी में किन्नर टोली की प्रमुख काजल ने बताया कि शिवानी किन्नर ने स्वयं किन्नर का वेश धारण किया है,वह जन्मजात किन्नर नहीं है़ उसने कहा कि एनजेपी के किन्नर एनजेपी से लेकर किशनगंज, जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार तक अपना एरिया मानती है. काजल का कहना है कि बांग्लादेश से आयी हुई पिपाशा अब यहां अपना दबदबा कायम करना चाहती है, जबकि वे लोग ऐसा होने नहीं देंगी.
उसने बताया कि पिपाशा के लोगों ने आज सुबह उनकी टीम की किन्नर सदस्य ओम प्रकाश की बहुत बुरी तरह पिटाई कर दी जिसमें वह घायल भी हुई है. काजल व उसके लोगों ने स्थानीय तृणमूल नेता जयदीप नंदी उर्फ जॉन को इस समस्या से अवगत कराया है़ जॉन ने किन्नर काजल को एक बैठक कर समस्या सुलझाने का आश्वासन दिया है.
इधर, ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों की परेशानी यह है कि अधिकांश यात्री अपने साथ अपने परिवार को लेकर यात्रा करतें हैं, ऐसे में किन्नरों के अत्याचार से बचने के लिये उनके मांग के अनुसार रूपये देते हैं.
किसी यात्री के पास अगर छुट्टा रूपया ना हो तो ये सारे किन्नर मिलकर उस यात्री पर ज्यादा पैसे देने के लिए दबाव डालते हैं. किन्नरों के आतंक से रेलयात्री परेशान हैं. कोइ उनकी सुनने वाला नहीं है़
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