सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल चिटफंड कंपनियों से चल रहा है. और राज्य सरकार ही इन्हें प्रश्रय दे रही है. मुख्यमंत्री के पास कोई नीति, कोई वीजन नहीं है. नारी तस्करी , बाल तस्करी सहित अपराध का रिकार्ड बना रही है बंगाल.
चुनाव में गुंडागर्दी का पराकाष्ठा देखा जा सकता है. आलू को लेकर एक मुख्यमंत्री का यह कहना कि वह दूसरे राज्य को आलू निर्यात नहीं करेगी. कितना निंदनीय है.ऐसे में आंध्रप्रदेश कहेगा मैं मछली बंगाल को नहीं भेजूंगा, ओड़िसा कहेगी मैं अंडा बंगाल को नहीं दूंगा. एक राज्य सबकुछ उपजा नहीं सकता. उसे दूसरे राज्यों से अंत: संबंध रखने का गुर होना चाहिए. यह कहना है केंद्रीय मंत्री दीपादास मुंशी को. वें बागडोगरा में एक जनसभा को संबोधित करने आयी थी.
उनके साथ केंद्रीय कांग्रेस नेता शकली अहमद भी उपस्थित थे. उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा खाद्य सुरक्षा बिल का विरोध करना मूख्र्रतापूर्ण कदम बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जाकर बार-बार कहती है बंगाल को पैसा नहीं दिया जाता. जबकि विभिन्न केंद्रीय परियोजना बंगाल में शुरू नहीं हुये. पैसा वापस चला जाता है. सड़क निर्माण के लिए पैसे दिये गये, लेकिन बंगाल की सड़के बेहाल है.