संतोषीनगर के राजू प्रसाद (18), शुभम तिवारी (21) तथा गोलू साह (21) को ऐसे तो अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, लेकिन घर में ही इनका इलाज चल रहा है. परिवार वालों का कहना है कि हर दिन ही दो से तीन हजार रुपये इनकी चिकित्सा पर खर्च हो रहे हैं. उनके पास जो भी जमा पूंजी थी, वह इलाज में खर्च हो गया है. वार्ड नंबर पांच के कांग्रेस अध्यक्ष राजेश यादव ने राज्य सरकार से इनकी चिकित्सा कराने की मांग की. इसके साथ ही जो चार लोग सड़क दुर्घटना में मारे गये हैं उनके परिवार वालों को मुआवजा देने की मांग भी उन्होंने की. राजेश यादव ने कहा कि जब यह दुर्घटना घटी, तब वह रामघाट आंदोलन के कारण जेल में थे.
जेल से रिहा होने के बाद वह मृतकों के घर गये और उनके परिवार वालों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि यह बहुत अफसोसजनक है कि उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव दुर्घटना में मारे गये लोगों के परिवार वालों से मिल कर उन्हें सांत्वना तो दी, लेकिन एक रुपये की मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि मंत्री जब परिवार वालों से मिलने आये थे, तब उन्हें परिवार वालों को आर्थिक सहायता भी देनी चाहिए थी. यह एक बहुत बड़ी दुर्घटना है. चार-चार बच्चे मारे गये हैं. इसके बाद भी सरकार ने किसी भी प्रकार की कोई सहायता नहीं की. उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी आलोचना की और कहा कि राज्य में शराब पीकर मरने वालों के परिवार वालों को तो मुआवजा मिलता है, लेकिन सड़क दुर्घटना में चार-चार बच्चों की मौत के बाद भी एक रुपये की आर्थिक सहायता घोषित नहीं की गई.