सागरद्वीप : मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक परंपरा की अद्भुत छटा गंगासागर के तट पर अठखेलियां करती नजर आयीं. वातावरण में गूंजता महामृत्युंज मंत्र के बीच भवसागर से मुक्ति की चाह में सभी उम्र, वर्ग के स्त्री-पुरुषों व दिव्यांगजनों समेत अब तक लगभग 21 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं. राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने सोमवार गंगासगार के मेला ऑफिस में अयोजित प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं को उक्त जानकारी मुहैया करवायी.
उन्होंने कहा कि संक्रांति स्नान से पहले ही बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों का सागर पधारना एक शुभ संकेत है. पुण्यार्थियों की सुरक्षा व सुविधा में कहीं कोई कसर नहीं रखी जा रही है. प्रशासन पूरी मुस्दैती से जुटा है. आसमान से चौबीस घंटे हेलीकॉप्टर से व बोट से सागर तट पर नजर रखी जा रही है.
शाही स्नान मंगलवार रात 1.24 से गुरुवार 12.24 तक
ज्ञात हो कि शाही स्नान का मुहुर्त मंगलवार देर रात रात 1.24 से 16 जनवरी रात 12.24 तक है. इस बारे में श्री मुखर्जी ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि शाही स्नान के लिए प्रशासन की ओर से समूची तैयारी हो चुकी है. किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए हम पूरी तरह से चौकस व तैयार हैं.
मेले के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व फायर ब्रिगेड यूनिट तैनात हैं. प्रशासन की ओर से मेले को सफलतापूर्वक संपन्न कराने की हर संभव तैयारी की गयी है. उन्होंने आगे कहा कि हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि गंगासागर मेला विश्व के मानचित्र पर भारत की उज्जवल छवि को प्रस्तुत करेगा.