– कार्यकर्ताओं से कहा मुकाबला करे, ईवीएम के बदले मतदान पत्र से की चुनाव की मांग
कोलकाता : राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि बंगाल की धरती पर गुंडागर्दी सहन नहीं की जायेगी. बंगाल में रहकर कोई गुंडागर्दी करे और फिर वापस चला जाए वह सहन नहीं किया जा सकता. कांचरापाड़ा में तृणमूल कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंची मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि वह बंगाल को गुजरात नहीं बनने देंगी. गुजरात का दंगा बंगाल में कभी नहीं होने दिया जा सकता.
उन्होंने कहा कि वह सभी राज्यों के लोगों को पसंद करती हैं. वह बिहार और उत्तर प्रदेश जब जाती हैं तो हिंदी में बातें करती हैं, क्योंकि हिंदी वहां की भाषा है. उसी तरह बंगाल में रहने पर बांग्ला में बात करनी होगी. कोई हिंदी में भले बात करे लेकिन बांग्ला में भी करे. बंगाल में रहकर गुंडागर्दी करके कोई वापस चला जाये, इसे सहन नहीं किया जा सकता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यकों व बांग्लाभाषियों पर अत्याचार सहन नहीं किया जा सकता. लोग चुप नहीं रहेंगे. भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि एकाध सीट पर जीत हासिल करके ही वह जीत के घमंड में चूर हो गये हैं. लेकिन वह अभी भी मानती हैं कि चुनाव के वक्त इवीएम की गड़बड़ी हुई. भाजपा नेताओं ने प्रचार के दौरान हिंदू-मुसलमान में विभेद पैदा करने की कोशिश की. तृणमूल की लड़ाई इवीएम के बदले बैलट लाने के लिए है. पूर्व में एकुशे जुलाई के आंदोलन में उनकी मांग थी कि ‘नो आइडेंटिटी कार्ड नो वोट’ और अब वह इवीएम के बदले बैलेट के जरिए चुनाव की मांग कर रही हैं.
भाजपा नेता मुकुल राय का नाम लिए बगैर उनपर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले तो वह रेल का ठेकेदार थे. फिर बदल गये. भाजपा नेता क्यों बीच-बीच में सिंगापुर, दुबई जाते हैं? उनपर उन्होंने विश्वास किया था. यह उनकी गलती है. पार्टी के दूसरे नेताओं ने काफी चेताया था. लेकिन तब उन्होंने नहीं सुना था.
भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वह धर्म व भाषा के नाम पर विभेद पैदा कर रही है. बांग्ला संस्कृति से प्रेम करने वाले हमेशा सिर उठा कर चलते हैं. तृणमूल कांग्रेस का सिर हमेशा ऊंचा ही रहता है. ममता ने कहा कि वह सात दिनों का समय दे रही हैं. जिन्हें भी पार्टी छोड़कर जाना है वह छोड़कर चले जायें. इससे दल ही शुद्ध होगा. आज बंगाल पर हमला हो रहा है. मां व मिट्टी पर हमला हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वह शांत रहती हैं तो कला में डूब जाती हैं लेकिन अगर उनपर कोई हमला करता है तो फिर उन्हें कोई नहीं रोक सकता.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि सभी कार्यकर्ता एकजुट हो जाएं. लोगों तक पहुंचे. चुनाव में अभी दो वर्ष की देरी है. सरकार उनकी ही है. लड़ाई करनी होगी. विरोधी अगर एक मीटिंग करते हैं तो उन्हें 10 मीटिंग करनी होगी. तृणमूल कार्यकर्ता कमजोर नहीं हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावी हिंसा में जिनके घर टूटे हैं उन्हें राहत देने के लिए डीएम को निर्देश दिया गया है. पुलिस के संबंध में उन्होंने कहा कि जिन्होंने तृणमूल की सभा को असफल करने के लिए सभा से फ्लेक्स खोले हैं उन्हें तीन दिनों के भीतर पकड़ा जाए.