कोलकाता : मानसिक रूप से मृत 15 वर्षीय किशोरी ने पांच लोगों की खुशियां लौटा दी है जिन्हें उसने अपने दो गुर्दे, जिगर, आंखें (कॉर्निया) और चमड़ी दान दे दी.
सरकार द्वारा संचालित परास्नातक चिकित्सा शिक्षा और शोध संस्थान (आईपीजीएमईआर) के एक प्रवक्ता ने आज बताया कि संस्थान ने कल मल्लिका मजूमदार को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था.
प्रवक्ता ने कहा कि सिलिगुड़ी की रहने वाली लड़की को 23 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसे मस्तिष्काघात हुआ था और 14 अगस्त को वह कोमा में चली गयी थी.
उसके पिता माणिक मजूमदार ने कहा, चिकित्सकों ने हमें बताया कि ब्रेन डेड घोषित किये जाने के बाद हमारी बेटी का जीवन लौटने की कोई संभावना नहीं है.
फिर हमें लगा कि अगर उसके अंगों को दूसरे व्यक्ति में प्रतिरोपित कर दिया जाए तो दूसरे लोगों में वह जिंदा रहेगी. और यही हमारी सबसे बड़ी सांत्वना है.
अंत प्रतिरोपण की राज्य नोडल अधिकारी अदिति किशोर सरकार ने कहा कि मल्लिका की किडनी एसएसकेएम अस्पताल में कल मध्य रात को दो रागियों में सफलतापूर्वक प्रतिरोपित कर दिया गया.
आईपीजीएमईआर के सूत्रों ने बताया कि दो किडनी ममता चक्रवर्ती और संजीव दास में प्रतिरोपित किये गये. लड़की की कॉर्निया को एसएसकेएम के एक रोगी को दान कर दिया गया और उसके चमड़े का एक हिस्सा जले हुए एक रोगी पर लगाया गया.