बांकुड़ा.
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में दो दर्जन से ज्यादा लोगों की जान ले ली गयी. इसके खिलाफ सीटू के बैनर तले मुटिया-मजदूरों ने सड़क पर उतर कर विरोध रैली निकाली. उसके बाद प्रतिवाद सभा भी की गयी. सभा में पर्यटकों को सुरक्षा देने में केंद्र सरकार की विफलता का मुद्दा भी उठाया गया. कश्मीर में आतंकवादियों के नरसंहार की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें खोज कर कड़ी सजा देने की मांग की गयी. किसी सुरक्षा के बिना ऐसे ही पर्यटकों को घाटी में मरने के लिए कैसे छोड़ दिया गया. इसे लेकर केंद्र सरकार से जवाब मांगा गया. धार्मिक कट्टरता और सांप्रदायिकता के खिलाफ सभी लोगों से एकजुट होने की अपील की गयी. सांप्रदायिकता व आतंकवाद का समर्थन करनेवालों के लिए कोई माफी नहीं है, सभी देश विरोधी साजिशों को रोकने के लिए सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए इन मांगों को उठाते हुए, सैकड़ों मुटिया श्रमिकों ने बांकुड़ा में रेलवे के माल शेड और डंप पर अपना काम बंद कर दिया और बांकुड़ा स्टेशन रोड पर एक विरोध मार्च निकाला और कश्मीर में आतंकवादियों के नरसंहार के खिलाफ अपने तीव्र गुस्सा व नफरत का इजहार किया गया. सीटू से संबद्ध बांकुड़ा जिला मुटिया मजदूर यूनियन का जुलूस स्टेशन रोड से होते हुए बांकुड़ा रेलवे स्टेशन के सामने पहुंचा, जहां विरोध सभा की गयी. मांग की गयी कि कश्मीर में पर्यटन पर निर्भर आम लोगों की आजीविका के सामने गहरी अनिश्चितता पैदा हो गयी है, उसे हल किया जाना चाहिए एवं आतंकवादियों को ढूंढ़ कर कड़ी सजा दी जानी चाहिए. सभा में बांकुड़ा जिला मुटिया मजदूर यूनियन (सीटू) के सचिव तपन दास, अध्यक्ष प्रतीप मुखर्जी, सीटू नेता उज्ज्वल सरकार, भृगुराम कर्मकार व अशोक बनर्जी ने विचार रखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है