बांकुड़ा के कलाकार इंद्रनील चट्टोपाध्याय की अनोखी कलाकृति ने सबका ध्यान खींचा
त्योहारों पर अनोखी कला रचते हैं इंद्रनील
बांकुड़ा. बांकुड़ा के प्रतिभाशाली कलाकार इंद्रनील चट्टोपाध्याय ने इस बार लक्ष्मी पूजा के अवसर पर अपनी अद्भुत कलाकारी से सभी को चौंका दिया है. उन्होंने मूंगफली के छिलके के भीतर मात्र चार सेंटीमीटर की मां लक्ष्मी की प्रतिमा बनायी है. नजदीक से देखने पर यह प्रतिमा इतनी सजीव और बारीक लगती है कि उसके आकार का अंदाजा लगाना मुश्किल है.
छोटे आकार में बारीकी से गढ़ी देवी प्रतिमा ः इंद्रनील चट्टोपाध्याय ने बताया कि वह हर पूजा या त्योहार के मौके पर किसी न किसी अनोखी वस्तु पर देवी-देवताओं की मूर्तियां उकेरने का काम करते हैं. कभी बोतल पर, तो कभी चावल या गेहूं के दाने पर, तो कभी मिट्टी के चाक पर. इस बार उन्होंने मूंगफली के छिलके को आधार बनाकर मां लक्ष्मी की मूर्ति तैयार की है. पहले छिलके पर मिट्टी लगाकर आकार दिया गया, फिर मूर्ति बनाकर रंग भरे गए. मां लक्ष्मी के एक हाथ में कमल का फूल और दूसरे हाथ में धन का घड़ा दर्शाया गया है. इसे तैयार करने में चार से पांच दिन का समय लगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

