MAHAKUMBH: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई ट्रैवल ब्लॉगर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा चार महीने पहले प्रयागराज आई थी. उसने 29 जनवरी को माघ मेले के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ क्षेत्र का भ्रमण किया था. यह वही दिन था जब संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए रिकार्ड भीड़ उमड़ी थी. ऐसे विशेष और संवेदनशील मौके पर ज्योति की मौजूदगी अब जांच एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गई है.
संगम, अक्षयवट और हनुमान मंदिर का किया था भ्रमण
हरियाणा के हिसार जिले की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा एक सक्रिय यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर है. वह देशभर के धार्मिक और पर्यटन स्थलों की यात्रा कर उनके बारे में वीडियो बनाकर यूट्यूब चैनल पर अपलोड करती है. प्रयागराज दौरे के दौरान वह दिल्ली से एक लग्जरी बस में सवार होकर कई श्रद्धालुओं के साथ यहां पहुंची थी. उसने संगम, अक्षयवट, हनुमान मंदिर सहित कई धार्मिक स्थलों का दौरा किया था और वहां का वीडियो भी बनाया.
यूट्यूब पर अपलोड किया था वीडियो, लाखों में पहुंचे व्यू
ज्योति ने प्रयागराज यात्रा के अपने अनुभवों को वीडियो के माध्यम से अपने यूट्यूब चैनल ‘Travel With Jo’ पर साझा किया. इस वीडियो को अब तक 2.04 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं, जबकि 2.7 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे लाइक किया है. 12 फरवरी को उसने यह वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट पर भी पोस्ट किया था. वीडियो में वह महाकुंभ की परंपरा, उसकी महत्ता और धार्मिक विशेषताओं को विस्तार से समझाती नजर आ रही है.
वाराणसी का भी किया था दौरा, वहां से भी वीडियो किया था पोस्ट
प्रयागराज से पहले ज्योति मल्होत्रा 9 दिसंबर 2024 को वाराणसी पहुंची थी. वह भी एक लग्जरी बस से नई दिल्ली से यात्रा कर वाराणसी आई थी. वहां भी उसने गंगा घाटों, मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया और एक विस्तृत वीडियो बनाया. यह वीडियो भी उसने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था, जिसे हजारों लोगों ने देखा.
ज्योति की प्रयागराज यात्रा पर उठे सवाल, पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने शुरू की जांच
ज्योति की 16 मई को गिरफ्तारी के बाद से प्रयागराज यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है. फिलहाल स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनके पास ज्योति की प्रयागराज यात्रा की स्पष्ट जानकारी नहीं थी, लेकिन अब इस दिशा में गंभीरता से जांच की जा रही है.
महाकुंभ जैसे आयोजन में उपस्थिति को हल्के में नहीं ले सकते
जांच एजेंसियों का मानना है कि चूंकि महाकुंभ एक अति संवेदनशील धार्मिक आयोजन होता है, जहां लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और देश-विदेश से आए पर्यटक मौजूद रहते हैं, ऐसे में किसी संदिग्ध व्यक्ति की उपस्थिति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इस कारण ज्योति के प्रयागराज आने और उसके हर गतिविधि की गहराई से जांच की जा रही है.
हर पहलू की खुफिया जांच जारी, सामने आ सकती हैं नई जानकारियां
खुफिया एजेंसियां अब इस बात की जांच में जुटी हैं कि क्या प्रयागराज और महाकुंभ क्षेत्र का दौरा ज्योति ने केवल ट्रैवल ब्लॉगिंग के उद्देश्य से किया था या इसके पीछे कोई और मंशा भी थी. उसके द्वारा लिए गए फुटेज, संपर्क में आए लोग और उसके ठहरने के स्थान की भी पड़ताल की जा रही है. ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद उसकी धार्मिक स्थलों पर यात्राएं, खासतौर पर प्रयागराज और वाराणसी की यात्राएं, अब जांच के घेरे में हैं. यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इन यात्राओं का मकसद सिर्फ ट्रैवल ब्लाॅगिंग था या इसके पीछे कोई साजिश छिपी थी. फिलहाल खुफिया एजेंसियां पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही हैं और आगे की कार्रवाई की जा रही है.