Bhubaneswar News: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोमवार को राज्य विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 2,90,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. 12 जून, 2024 को ओडिशा के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने वाले माझी का यह पहला पूर्ण बजट है. श्री माझी वित्त विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. 2025-26 का बजट प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि ओडिशा सरकार तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जो लोगों की एक लंबे समय से चली आ रही मांग रही है. बजट के पहले भाग में उन्होंने कृषि बजट की घोषणा की.
ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है राज्य की 80 प्रतिशत आबादी : मोहन माझी
कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए 2025-26 बजट में कुल 37,838 करोड़ रुपये खर्च किये जायेगे, जो कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की कुल जनसंख्या का 80 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में रहती है और उनमें से अधिकतर कृषि पर निर्भर है. कृषि और किसानों के सशक्तीकरण के लिए कुल 1,4701 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. समृद्ध किसान योजना में किसानों को न्यूनतम सहायता मूल्य के मुकाबले अधिक वित्तीय सहायता इनपुट सब्सिडी के रूप में दी जा रही है, जिसके कारण धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है. वर्तमान खरीफ मौसम में 15 फरवरी तक कुल 4,500 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया जा चुका है.
1.80 लाख किसानों को आलू मिशन में किया गया शामिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में किसानों के विकास लिए कुल 2,020 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. 1.80 लाख किसानों को आलू मिशन में शामिल किया गया है. इस मिशन में वर्तमान रबी मौसम में कुल 1 लाख 60 हजार क्विंटल बीज आपूर्ति की गयी है. फसल विविधता के लिए 695 करोड़ रुपये का खर्च किया जायेगा. राज्य सरकार कोल्ड स्टोरेज की स्थापना पर भी विशेष ध्यान दे रही है. इसके लिए 252 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. इससे राज्य के 58 सब डिवीजन में कोल्ड स्टोरेज की स्थापना संभव हो पायेगी.
श्री जगन्नाथ दर्शन योजना : गरीबों के लिए पुरी यात्रा और मुफ्त महाप्रसाद
ओडिशा सरकार ने सोमवार को 2025-26 के वित्तीय वर्ष का बजट पेश करते हुए कई नयी योजनाओं की घोषणा की. बजट प्रस्तुत करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने कहा कि राज्य सरकार गरीब श्रद्धालुओं की इच्छाओं को पूरा करने के लिए ‘श्री जगन्नाथ दर्शन योजना’ शुरू करेगी. मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में कहा कि भगवान श्री जगन्नाथ राज्य की संस्कृति की आत्मा हैं. हर ओड़िया व्यक्ति अपने जीवनकाल में भगवान श्री जगन्नाथ के दर्शन करना चाहता है. उन्होंने कहा कि बहुत गरीब भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार नयी ‘श्री जगन्नाथ दर्शन योजना’ शुरू करेगी, जिसके तहत वे पुरी यात्रा करेंगे, श्री जगन्नाथ के दर्शन करेंगे और महाप्रसाद का सेवन करेंगे और यह सब मुफ्त में होगा. नयी योजना की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए राज्य बजट में 30 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. इसके अलावा, सरकार ने क्योंझर स्थित मां तारिणी मंदिर परिसर के एकीकृत विकास के लिए 225 करोड़ रुपये के अनुमानित खर्च की मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार जोरंदा में महिमा गाड़ी के विकास और वहां एक भव्य मंडप का निर्माण भी करने के लिए प्रतिबद्ध है.बजट की राशि राज्य के विकास पर हो खर्च नवीन पटनायक
पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने कहा कि बजट में बड़ी राशि की घोषणा करना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसे राज्य के विकास के लिए खर्च किया जाना चाहिए. पिछले बजट की बहुत बड़ी राशि अभी भी खर्च नहीं की गयी है. औद्योगिक विकास कम हो रहा है, राज्य का वित्त भी कम हो रहा है. डबल इंजन सरकार उल्टी दिशा में जा रही है. आवश्यक वस्तुओं की कीमतें सभी को प्रभावित कर रही हैं. किसानों की आत्महत्या जारी है. मिशन शक्ति में महिलाओं को काम नहीं मिल रहा है. बेरोजगारी बढ़ रही है. यह ऐसा बजट है, जिसे खर्च किया जाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है