Bhubaneswar News: विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) के विधायकों ने गुरुवार को ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने से पहले सदन में गंगाजल छिड़का कर शुद्धीकरण किया. विधायकों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों के प्रवेश से सदन अशुद्ध हो गया है. विधानसभा के भीतर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस विधायकों को निकालने के लिए पुलिस ने मंगलवार रात सदन में प्रवेश किया था. कांग्रेस विधायक राज्य में पिछले साल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्तारूढ़ होने के बाद से महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए विधानसभा समिति के गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
विधायकों को मिट्टी के बर्तनों से आम के पत्तों की मदद से गंगाजल छिड़कते देखा गया
बीजद की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक के नेतृत्व में विधायकों को सदन के हर कोने में मिट्टी के बर्तनों से आम के पत्तों की मदद से गंगाजल छिड़कते देखा गया. बीजद सदस्य और पूर्व मंत्री अरुण कुमार साहू ने कहा कि हमने विधानसभा को शुद्ध करने के लिए गंगाजल छिड़का. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पुलिस को सदन में प्रवेश कर आसन के समीप जाने की अनुमति दिये जाने से यह अशुद्ध हो गया. बीजद सदस्यों ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष ने मंगलवार रात पुलिस को सदन में प्रवेश की अनुमति दी थी और कानून प्रवर्तकों ने प्रदर्शनकारी कांग्रेस विधायकों को बाहर निकालने के लिए बल प्रयोग किया. साहू ने कहा कि इससे पहले पुलिस ने कभी सदन में प्रवेश नहीं किया और उन्होंने बलपूर्वक कांग्रेस विधायकों को निकाला. इस घटना से ओडिशा को शर्मसार होना पड़ा है. बाद में बीजद विधायक सदन की कार्यवाही में शामिल हुए और सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से आगे बढ़ती रही.
सदस्यों को ऐसा नहीं करना चाहिए : विस अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है. सदस्यों को ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए. राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि इस पवित्र सदन को शुद्ध करने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह सदैव शुद्ध और पवित्र रहा है.
ओडिशा में बीते 3 वर्षों में 2,800 से अधिक वाहन कबाड़ नीति के तहत किये गये स्क्रैप: मंत्री
भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार की वाहन स्क्रैप नीति के तहत पिछले तीन वर्षों में कुल 2,868 पुराने वाहनों को स्क्रैप किया गया है. यह जानकारी वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने गुरुवार को विधानसभा में दी. सालेपुर विधायक प्रशांत बेहेरा के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंत्री जेना ने बताया कि धातु स्क्रैप व्यापार निगम लिमिटेड (एमएसटीसी) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, स्क्रैप किये गये वाहनों में 2,049 सरकारी वाहन और 819 निजी वाहन शामिल हैं. ये सभी वाहन 15 से 20 वर्ष पुराने थे. मंत्री ने बताया कि यह प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा प्रदूषण नियंत्रण, सड़क सुरक्षा में सुधार और पुराने वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के उद्देश्य से अपनायी गयी है. नीति के तहत स्क्रैपिंग कार्य एमएसटीसी जैसी अधिकृत एजेंसियों के माध्यम से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस नीति को केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आगे भी जारी रखा जायेगा.ओएसआरटीसी को दो वर्षों में 45 करोड़ से अधिक का हुआ घाटा
ओडिशा राज्य सड़क परिवहन निगम (ओएसआरटीसी) को पिछले दो वित्तीय वर्षों में 45 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है. निगम की वार्षिक आय की तुलना में खर्च अधिक होने के कारण यह घाटा सामने आया है. यह जानकारी ओडिशा के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने गुरुवार को विधानसभा में कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बहिनिपति के लिखित प्रश्न के उत्तर में दी. मंत्री ने बताया कि वर्तमान में ओएसआरटीसी कुल 388 बसों का संचालन 260 विभिन्न मार्गों पर कर रहा है. हालांकि, वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान निगम को भारी घाटे का सामना करना पड़ा. विधानसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022-23 में ओएसआरटीसी का कुल कारोबार 145.28 करोड़ रुपये था, जबकि कुल व्यय 164.12 करोड़ रुपये रहा. इस वर्ष निगम को 18.83 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. वहीं, वर्ष 2023-24 में निगम की आय 156.43 करोड़ रुपये रही, जबकि खर्च बढ़कर 183.06 करोड़ रुपये हो गया. इस वर्ष घाटा 26.62 करोड़ रुपये रहा. इस प्रकार, दो वर्षों में कुल 45.46 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है