Rourkela News : संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती सोमवार को धूमधाम से मनायी गयी. सुंदरगढ़, राउरकेला, राजगांगपुर, बिरमित्रपुर, झारसुगुड़ा, संबलपुर, बरगढ़ समेत पूरे ओडिशा में बाबा साहेब को जयंती पर याद किया गया. शहर के चौक-चौराहों पर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अतिथियों ने बाबा साहेब की जीवनी से प्रेरणा लेने का आह्वान युवाओं से किया. सबने गरीबों और वंचितों को उनका अधिकार और न्याय दिलाने के क्षेत्र में बाबा साहेब के योगदान को याद किया. इस अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये.
आरएसपी ने देश के विकास में बाबा साहेब के योगदान को किया याद
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) और सेल अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कर्मचारी महासंघ की ओर से सोमवार को भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. सुबह में आरएसपी के निदेशक प्रभारी आलोक वर्मा के साथ कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (खान) एमपी सिंह, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) सुदीप पाल चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ जयंत कुमार आचार्य के साथ आरएसपी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और सेल, एससी एवं एसटी कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों ने सेक्टर-17 अंबेडकर एन्क्लेव में डॉ बीआर आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की.
सिविक सेंटर में आयोजित हुआ भव्य समारोह
सिविक सेंटर में डॉ बीआर आंबेडकर की जयंती पर एक भव्य समारोह आयोजित किया गया. आलोक वर्मा समारोह के मुख्य अतिथि, जबकि सिंडिकेट, एफएम यूनिवर्सिटी, बालेश्वर एवं क्षेत्रीय निदेशक, उच्च शिक्षा, ओडिशा सरकार डॉ मिहिर रंजन सेठी मुख्य वक्ता थे. गणमान्यों ने डॉ आंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. निदेशक प्रभारी ने डॉ बीआर आंबेडकर के बहुमुखी प्रतिभाशाली व्यक्तित्व को रेखांकित करते हुए श्रम कानूनों, महिला सशक्तीकरण और हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान तथा सामाजिक न्याय और समानता पर आधारित समाज की परिकल्पना के प्रति उनके अपार योगदान पर प्रकाश डाला. श्री सेठी ने अपने संबोधन में डॉ आंबेडकर द्वारा किये गये विशाल योगदान के बारे में विस्तार से बताया, जिन्हें व्यापक रूप से देश-विदेश एवं समुदायों के बीच दूसरे सबसे महान भारतीय के रूप में माना जाता है. उन्होंने श्रम कानूनों को आकार देने से लेकर हीराकुद बांध सहित उस समय की बड़ी जल परियोजनाओं की अगुआई करने और ग्रिड कॉर्पोरेशन तथा भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना के विचारों में आंबेडकर की भूमिका पर प्रकाश डाला.
विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता हुए पुरस्कृत
इससे पहले आयोजित भाषण प्रतियोगिताओं के विजेताओं में इस्पात विद्या मंदिर, सेक्टर-19 की शुभस्मिता सेनापति, चिन्मय विद्यालय, छेंड के अक्षत सिंह और दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेक्टर-14 की उपासना प्रधान ने क्रमश: ओड़िया, हिंदी और अंग्रेजी में डॉ आंबेडकर के बारे में अपने वक्तव्य पेश किये. बाद में गणमान्यों ने कर्मचारियों और स्कूली छात्रों के बीच आयोजित भाषण और विभिन्न अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये. इससे पहले, महाप्रबंधक प्रभारी (नगर सेवाएं और खेल) टीजी कनेकर ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया. गौरांग मल्लिक और उनकी गायक मंडली द्वारा एक मंगलाचरण गीत प्रस्तुत किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुत मनमोहक नृत्य प्रदर्शनों ने इस कार्यक्रम को और भी आकर्षक बना दिया. उप प्रबंधक (मानव संसाधन-नगर एवं मेडिकल) एससी पारीच ने धन्यवाद ज्ञापन किया. उप प्रबंधक (एसपी-2) चंद्रभानु मुंडा और अध्यक्ष (सेल, एससी-एसटी फेडरेशन) ने पूरे कार्यक्रम का समन्वय किया. मोनालिसा और एसएसएम के अनिल मल्लिक ने कार्यक्रम का संचालन किया.
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