Protest Against Liquor Shop| सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां में हरिसाई गांव के पास विदेशी शराब की दुकान को बंद करने की मांग लेकर गुरुवार को ग्रामीण सड़क पर उतर गये. आक्रोशित लोग बुरुडीह आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) के पास सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग को करीब दो घंटे तक जाम कर दिया. ग्रामीणों ने कहा कि ग्रामसभा को जानकारी दिये बगैर ही हरिसाई गांव के पास अंग्रेजी शराब की दुकान खोल दी गयी है. शराब की दुकान को हटाने के लिए कई बार ज्ञापन दिया गया. पर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई. ग्रामीण गांव के पास से शराब दुकान को हटाने की मांग करते हुए दुकान की शटर गिरा दी. इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी गांव पहुंच कर लोगों को समझा-बुझा कर सड़क जाम हटवाया.
शराब दुकान से गांव का माहौल खराब हो रहा : ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि शराब दुकान के कारण गांव का माहौल खराब हो रहा है. लोग खुलेआम सड़क किनारे खराब पी रहे हैं. छेड़-छाड़ की घटनाएं बढ़ गयी हैं. गांव की महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. ग्रामीणों ने बताया कि शराब की दुकान को स्थायी तौर से हटाया नहीं गया तो चरणबद्ध रूप से आंदोलन करेंगे. कहा कि गांव में स्कूल व आंगनबाड़ी नहीं हैं, पर शराब की दुकान खोली जा रही है. मौके पर ग्राम प्रधान शिवशंकर हेंब्रम, राजेंद्र राय, नीलकंठ नायक, प्रवीर सिंहदेव, मनोज सोय, तुराम बोयपाई, पार्वती हेंब्रम, ममता हेंब्रम, सुकुरमनी हेंब्रम, नागेन सोय, भवानी महतो, सुलो नायक, मेचो बानरा, सुजाता हेंब्रम मौजूद थे.

जाम से आवागमन बाधित
सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग के बुरुडीह आरओबी के पास ग्रामीणों ने गुरुवार की सुबह 10.15 बजे से शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम में माहलीसाई, देवली, बुरुडीह, बेगनाडीह, गोजुडीह, पोटका, बनडीह, हांसदा, सिमला, कोलसिमला गांव से लोग तख्तियां लेकर पहुंचे थे. सड़क पर प्रदर्शन करने के साथ बुरुडीह आरओबी के पास जाम दिया. इससे सड़क की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. सिर्फ स्कूल बसों को ही जाने दिया गया. सूचना पाकर एसडीपीओ समीर सावैयां, इंस्पेक्टर नितिन कुमार, बीडीओ प्रधान माझी, सीओ कप्तान सिंकु, थाना प्रभारी प्रकाश कुमार पहुंच कर लोगों की बातें सुनीं. प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए करीब 12.15 में सड़क जाम हटवाकर आवागमन सुचारू रूप से बहाल कराया.
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माहलीसाही गांव की भवानी महतो ने कहा कि गांव में अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने के बाद से लोग खुले आम शराब पी रहे हैं. इससे गांव-घर का माहौल खराब हो रहा है. इसे तत्काल बंद किया जाए. शराबबंदी की दिशा में कदम उठाया जाए.


देवली की ग्रामीण सुलो नायक कहतीं हैं कि हरिसाई में शराब दुकान खुलने के बाद लोग जहां-तहां बैठकर शराब पी रहे हैं. गांव की महिलाएं भी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. शराब दुकान को गांव में स्थायी रूप से बंद नहीं किया गया, तो फिर आंदोलन होगा.
हरिसाही के ग्राम प्रधान सह ग्राम मुंडा शिव शंकर हेंब्रम ने कहा कि ग्रामसभा के बिना हरिसाही में विदेशी शराब दुकान खोल दिया गया. प्रशासनिक पदाधिकारी व जन प्रतिनिधियों को कई बार ज्ञापन देकर शराब की दुकान को बंद कराने की मांग की गयी. मांग पूरी नहीं होने के कारण बाध्य होकर सड़क पर उतरे हैं.


हांसदा के ग्राम प्रधान राजेंद्र राय ने कहा कि गांव में दुकान खुलने के बाद बड़ी संख्या में लोग अपनी कमाई शराब में बर्बाद कर रहे हैं. इससे घरेलू कलह भी बढ़ रहे हैं. समाजहित में शराब की दुकान को गांव से हटाया जाए.
बेगनाडीह के ग्राम प्रधान नीलकंठ नायक ने कहा कि गांव में शराब की दुकान खुलने के बाद लोग खुले आम सड़क किनारे जहां-तहां बैठक कर शराब का सेवन कर रहे हैं. इससे महिलाओं में भी असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गयी है. छेड़-छाड़ की घटनाएं भी सामने आयी हैं.


आदिवासी, हो समाज महासभा के जिला उपाध्यक्ष मनोज सोय ने कहा कि सरकारी नियमों को ताक पर रख कर हरिसाई में शराब की दुकान खोल दी गयी है. प्रशासन इसे तत्काल बंद करे. शराब की दुकान बंद नहीं हुई तो ग्रामीण फिर से आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
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