खरसावां.
खूंटपानी प्रखंड की बड़ागुंटिया पंचायत के चेंडेया गांव में ग्राम मुंडा महेन्द्र कांडेयांग की अध्यक्षता में बिरसा हरित चेतना अभियान की ओर से जागरुकता अभियान चलाया गया. अभियान में प्रशिक्षक नारा बांकिरा ने वन, वनोपज और पशुओं की सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया. पर्यावरण संतुलन बनाये रखने से लेकर वनोपज के जरिये स्वरोजगार करने के लिए जंगलों का होना जरूरी है.
कहा कि वनों से ही हमारा अस्तित्व जुड़ा है. प्रशिक्षक अशोक मुंडरी ने वन व पशुओं की सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरूक किया. जंगलों को आग से बचाने की अपील की. कहा कि जंगल में आग लगने से न सिर्फ पर्यावरण, बल्कि वनोपज, जैव विविद्यता व वन्य प्राणियों को भी नुकसान होता है. ग्रामसभा सशक्तीकरण पर जोर देते हुए गांव के विकास के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने पर बल दिया. हर हाल में वनों की रक्षा करने का संकल्प लेने की अपील की. महेन्द्र कांडेयांग ने कहा कि जंगल की रक्षा कर हम पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे सकते हैं. समाजसेवी कोना पूर्ति ने कहा कि पेड़-पौधाें से हमें ऑक्सीजन मिलता है. मौके पर, कोंकोवा हेम्ब्रोम, कोना पुरती, मुखिया पुरती, विजय सिंह पुरती, नंदिनी सोय, सालुका मौजूद थे.
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