खरसावां . पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा अपनी पत्नी मीरा मुंडा के साथ 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. मौक पर थैलेसीमिया जैसी गंभीर आनुवांशिक रक्त विकार के प्रति जागरूकता फैलाने और इससे निपटने के लिए कार्यरत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे. इस दौरान सभी ने थैलेसीमिया के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना और इससे संबंधित नीतियों एवं प्रयासों पर चर्चा की. पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया कि थैलेसीमिया मुक्त भारत के निर्माण के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है. केंद्र थैलेसीमिया की रोकथाम के लिए विभिन्न कदम उठाए गये हैं. इसमें जन-जागरूकता अभियान, निःशुल्क परीक्षण सुविधा, अनुवांशिक परामर्श सेवाओं का विस्तार प्रमुख हैं. बताया गया कि यह एक ऐसी बीमारी है जिसे समय पर पहचान, सही जानकारी और सामूहिक प्रयासों से रोका जा सकता है. देशभर से आए विशेषज्ञों, चिकित्सकों और समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे स्क्रीनिंग, विवाह पूर्व जांच, और जागरूकता अभियान से थैलेसीमिया की रोकथाम की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं.
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