चांडिल/चौका. ईचागढ़ प्रखंड के पुरानडीह से खोखरो गांव तक भारी मात्रा में ट्रैक्टर के जरिये अवैध रूप से बालू की ढुलाई की जा रही है. इससे सड़क की हालत जर्जर हो गयी है. गड्ढों से भरी सड़कों और टूटे कल्वर्ट के कारण दुर्घटनाओं की आशंका लगातार बनी हुई है. ग्रामीणों ने सोमवार को इस अवैध बालू कारोबार के विरोध में सड़क पर पेड़ की डाली रखकर रास्ता अवरुद्ध कर ट्रैक्टरों की आवाजाही पर रोक लगा दी. ग्रामीणों ने बताया कि चांडिल डैम का जलस्तर कम होने के बाद सुवर्णरेखा नदी के सपादा घाट से बालू का अवैध उठाव तेजी से हो रहा है. ट्रैक्टरों से बालू को उठाकर खोखरो से पुरानडीह तक लाया जा रहा है. इस रास्ते पर बने कई कल्वर्ट टूट चुके हैं और कई जगह सड़कें बेहद खस्ताहाल हो चुकी हैं.
रात में हाइवा से होती है बालू की तस्करी. ईचागढ़ और तिरुलडीह थाना क्षेत्र के जारगोडीह, बीरडीह, बामुनडीह, रायडीह, हाड़ात, जितिलबुर और सपादा घाटों से प्रतिदिन भारी मात्रा में बालू का अवैध उठाव हो रहा है. यह बालू विभिन्न स्थानों पर अवैध रूप से भंडारित किया जाता है, जहां से रात के अंधेरे में हाइवा ट्रकों के जरिए उसे बाहर भेजा जाता है. चौका-ईचागढ़ सड़क पर दिन-रात अवैध बालू की ढुलाई हो रही है, परंतु प्रशासन इस पर पूरी तरह से लगाम लगाने में विफल नजर आ रहा है. जिला खनन विभाग द्वारा समय-समय पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन उसका असर जमीन पर नहीं दिख रहा. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ढिलाई और खानापूर्ति जैसी कार्रवाइयों से तस्करों के हौसले बुलंद हैं. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस अवैध कारोबार को अविलंब बंद कराया जाए और सड़क की मरम्मत कर ग्रामीणों को राहत दी जाए. साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गयी है.
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