प्रतिनिधि, बरहरवा: सोमवार को क्षेत्र में तेज गर्मी और चिलचिलाती धूप के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे लोग आवश्यक कार्यों के लिए ही घर से बाहर निकले. बढ़ते तापमान के साथ-साथ पेयजल संकट भी गंभीर हो गया है. भूमिगत जलस्तर के अत्यधिक नीचे चले जाने के कारण नगर क्षेत्र के कई कुएं और चापाकल सूख चुके हैं. नगर के वार्ड 11, 12, 13 और 14 में कई चापाकल पूरी तरह से डेड हो गए हैं, जिन्हें अब मरम्मत कर उपयोग में नहीं लाया जा सकता. कभी जिन चापाकलों से पर्याप्त पानी मिलता था, अब वे सूख गए हैं. नगर पंचायत ने इन चापाकलों को दुरुस्त करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली. लोगों की सुविधा के लिए नगर पंचायत ने सोलर संचालित पानी टंकी, डीप बोरिंग और पाइपलाइन की व्यवस्था करने का प्रयास किया है. हालांकि भूमिगत जलस्तर बहुत नीचे चले जाने के कारण इन माध्यमों से भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. सोलर टंकी से पानी लेने के लिए लोगों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है और कई बार दूर से पानी ढोकर लाना पड़ता है. इस प्रकार, क्षेत्र में गर्मी और जल संकट दोनों की दोहरी मार लोगों पर पड़ रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है. क्या कहते हैं अधिकारी…. नगर के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए टीम बनाकर वार्ड का स्कैन किया है. जहां असुविधा हो रही थी, वहां डीप बोरिंग के जरिये पेयजल उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है. लोगों को भूमिगत जलस्तर नीचे गिरने से बचाने के लिए बरसात के पानी का संचयन करने की काफी आवश्यकता है. लोगों को जितना जरूरी हो उतना ही पानी उपयोग करने की भी जरूरत है. दीपक कुमार, नगर पंचायत
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है