प्रतिनिधि, पिपरवार. अशोक परियोजना प्रभावित गांव झोलनडिहा में ग्रामसभा संगीता उरांव की अध्यक्षता में हुई. इसमें सीसीएल व प्रखंड अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों से अशोक खदान विस्तारीकरण के लिए एनओसी देने का आग्रह किया. काफी देर तक विचार-विमर्श के बाद ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से सीसीएल को एनओसी देने से इंकार कर दिया. ग्रामीणों की शिकायत थी कि पिछली ग्रामसभा में सर्वसम्मति से पारित 23 सूत्री मांगों को सीसीएल ने नजरअंदाज किया है. सीसीएल अधिकारियों ने ग्रामसभा के फैसले की अवहेलना की है. कहा कि सीसीएल अधिकारियों का यह कहना कि ग्रामीणों की मांगे सीसीएल की पॉलिसी में नहीं है. यह केंद्र सरकार का मामला है. यह बात ग्रामीणों को बरगलाने वाली है. वक्ताओं ने बढ़ी हुई महंगाई के अनुसार जमीन का मुआवजा भुगतान करने की मांग की. अंत में सर्वसम्मति से मांगे पूरी होने तक सीसीएल को भूमि हस्तांतरण के लिए एनओसी नहीं देने का निर्णय लिया गया. संचालन अनिमा उरांव ने किया. मौके पर प्रखंड अधिकारी रवि कुमार, अभय रंजन, सीसीएल अधिकारी मोहन लाल सिंह, महालक्ष्मी कंपनी के अधिकारी विकास तिवारी, वन अधिकार समिति के अध्यक्ष-सचिव सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
अशोक खदान विस्तारीकरण का मामला
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