रांची. राज्य के सरकारी स्कूलों में नामांकन के लिए बैक टू स्कूल कैंपेन (रूआर-2025) चल रहा है. अभियान 10 मई तक चलेगा. इसके तहत स्कूल से बाहर रह गये शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन सुनिश्चित कराने पर जोर है. राज्य में हुए शिशु पंजी सर्वे में 59,094 बच्चे आउट ऑफ स्कूल मिले थे. इनमें 43,250 बच्चे कक्षा एक से आठ तक और 15,844 बच्चे माध्यमिक कक्षा के हैं. इन बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने को कहा गया है. स्कूल स्तर पर बैक टू स्कूल कैंपेन 25 मई से शुरू हुआ और 10 मई को इसका समापन होगा. इस दौरान स्कूल स्तर पर होनेवाली गतिविधियों को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने विस्तृत दिशा-निर्देश भेजा है.
स्कूल नहीं आ रहे बच्चों से किया जायेगा संपर्क
अभियान के तहत विद्यालय को वैसे बच्चों से भी संपर्क करने को कहा गया है, जो नामांकन के बाद लगातार विद्यालय नहीं आ रहे हैं. प्राथमिक से लेकर प्लस टू विद्यालय तक के प्राधानाध्यापक को अपने विद्यालय के पोषक क्षेत्र के विद्यालय के बच्चों का नामांकन सुनिश्चित कराने को कहा गया है. प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक नामांकन को लेकर निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र में संपर्क करेंगे. मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय और हाइस्कूल के प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय के प्रधानध्यापक से संपर्क कर नामांकन के लिए बच्चों की जानकारी प्राप्त करेंगे.
राज्य में सबसे अधिक बच्चे देवघर में
राज्य में सबसे अधिक ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या देवघर में है. कक्षा एक से आठ तक में राज्य में कुल 43250 बच्चे आउट ऑफ स्कूल हैं. इनमें 24649 बच्चे ड्रॉप आउट और 18601 ऐसे बच्चे हैं, जिनका स्कूल में कभी नामांकन हुआ ही नहीं. इनमें सबसे अधिक 7,985 बच्चे देवघर जिला के हैं. जामताड़ा में सबसे कम 12 बच्चे ड्रॉप आउट हैं. माध्यमिक कक्षा में भी सबसे अधिक ड्रॉप आउट बच्चे देवघर में ही हैं. माध्यमिक कक्षा में देवघर में कुल 3,228 बच्चे ड्रॉपआउट हैं.
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