ओडिशा के डॉ जियोम माइकल प्रथम और पश्चिम बंगाल की डॉ श्रेया मंडल द्वितीय
रांची. बिरसा कृषि विवि में इंडियन सोसाइटी ऑफ स्वॉयल साइंस के रांची चैप्टर द्वारा मंगलवार को कृषि संकाय सभागार में पूर्वी भारत के शोधार्थियों के लिए जोनल बेस्ट डॉक्टरल रिसर्च अवॉर्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें अभिनव शोध, प्रस्तुतीकरण की गुणवत्ता और प्रश्नों का उत्तर देने में बेहतर आत्मविश्वास दिखाने के लिए ओडिशा कृषि और प्रौद्योगिकी विवि, भुवनेश्वर के वैज्ञानिक डॉ जियोम एडम माइकल को प्रथम स्थान मिला. जलवायु लचीला पोषण प्रबंधन पर विशेष कार्य किया है. डॉ माइकल विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के इंस्पायर फेलो हैं. फिलिपींस में हुए अंतरराष्ट्रीय चावल कांग्रेस 2023 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. इसके अलावा प्रस्तुतीकरण के आधार पर विश्व भारती विवि, शांतिनिकेतन की डॉ श्रेया मंडल को द्वितीय स्थान मिला है. सूक्ष्म पोषक तत्वों के बायोफोर्टिफिकेशन और मृदा उर्वरता संवर्द्धन पर विशेष खोज की है. निर्णायक मंडल में भारतीय जल प्रबंधन संस्थान, भुवनेश्वर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ केके बंद्योपाध्याय, विश्व भारती विवि, पश्चिम बंगाल की मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन विभाग की अध्यक्ष डॉ सुछंदा मंडल और आइसीएआर के भारतीय पूर्वी क्षेत्र शोध परिषद, रांची के प्रधान वैज्ञानिक डॉ सुशांता कुमार नाइक शामिल थे. डॉ माइकल और डॉ श्रेया अब नवंबर में तमिलनाडु कृषि विवइ कोयंबटूर में भारतीय मृदा विज्ञान सोसाइटी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अपनी प्रस्तुति देंगे. बीएयू के कुलपति डॉ एससी दुबे ने विजेता को शुभकामनाएं दी व सम्मानित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

