रांची. शहर के हर घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा 1200 करोड़ की लागत से पूरे शहर में पाइपलाइन बिछायी जा रही है. इन पाइपलाइन के जरिये प्रेशर से पानी घरों तक पहुंचे, इसके लिए शहर में 12 जगहों पर जलमीनार (पटेल पार्क, अमरूद बागान, बकरी बाजार, पहाड़ी मंदिर, बनहोरा वन-टू, मधुकम, पंडरा, आइटीआइ, पुलिस लाइन वन-टू, सीपैट पिस्का मोड़) का निर्माण किया गया है. लेकिन, इन जलमीनारों तक पानी पहुंचाने के लिए ही अब तक पाइपलाइन नहीं बिछी है. एनओसी के चक्कर में पिछले चार साल से यह मामला लंबित पड़ा हुआ है. ऐसे में जलमीनार तो बन गयी है. लेकिन, लोगों को पीने का पानी मिलना अब भी सपना बना हुआ है.
तिलता चौक से पिस्का मोड़ तक पाइपलाइन बिछाना बनी चुनौती
राज्य सरकार की एजेंसी जुडको द्वारा गली-मोहल्ले में तो पाइपलाइन बिछाकर जलमीनार का निर्माण करा दिया गया है. लेकिन, तिलता चौक से पिस्का मोड़ तक 21 किमी राइजिंग पाइपलाइन का एनओसी एनएचएआइ द्वारा जुडको को नहीं दिया जा रहा है. राइजिंग पाइपलाइन में डैम से पानी लाकर सीधे जलमीनार तक पहुंचाया जाता है.एनओसी के लिए कई बार किया गया पत्राचार
तिलता चाैक से पिस्का मोड़ तक पाइपलाइन बिछाने के लिए एनएचएआइ एनओसी दे, इसके लिए राज्य सरकार की एजेंसी जुडको व नगर विकास विभाग द्वारा दर्जनों बार एनएचएआइ को पत्र लिखा गया. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक भी हुई. लेकिन, अब तक एनओसी नहीं मिला. नतीजा हर घर तक पानी पहुंचाना अब भी सपना बना हुआ है.1.08 लाख घरों को वाटर कनेक्शन भी दे दिया गया
नगर विकास विभाग की एजेंसी जुडको द्वारा 1200 करोड़ की लागत से पूरे शहर में 1100 किलोमीटर पाइपलाइन बिछायी जानी है. वहीं, 2.09 लाख घरों को नि:शुल्क वाटर कनेक्शन भी दिया जाना है. वर्तमान में इस योजना के तहत 1.08 लाख घरों को वाटर कनेक्शन भी दे दिया गया है.
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