रांची (विशेष संवाददाता). विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विवि व उच्च शिक्षण संस्थानों को हर हाल में एकेडमिक कैलेंडर की घोषणा करने व इसका अक्षरश: पालन करने का निर्देश दिया है. यूजीसी के सचिव डॉ मनीष जोशी ने सभी विवि के कुलपति व कॉलेजों के प्राचार्य को पत्र भेज कर कहा है कि वे अपने एकेडमिक कैलेंडर की घोषणा करें. कैलेंडर में पूरी तरह से स्पष्टता होनी चाहिए, ताकि विद्यार्थी व अन्य इसे समझ सकें. कैलेंडर के आधार पर ही शैक्षणिक सत्र, परीक्षा कार्यक्रम और परिणाम घोषणाओं के लिए निर्धारित कार्यक्रम का सख्ती से पालन करें. प्रत्येक विवि यह सुनिश्चित करेगा कि प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के साथ-साथ रेगुलर व अन्य विषयों की कक्षाएं अगस्त के पहले सप्ताह से पहले शुरू करें. जबकि दूसरे वर्ष के छात्रों के लिए भी कक्षाएं जुलाई के तीसरे हफ्ते से शुरू करें. सचिव ने कहा कि सभी विवि सुनिश्चित करें कि सभी पाठ्यक्रमों के परिणाम (रिजल्ट) जून के अंतिम सप्ताह तक हर हाल में घोषित कर दिये जायें. दूसरे वर्ष के छात्रों के लिए कक्षाएं शुरू करने, परियोजना कार्य, ग्रीष्मकालीन स्कूलों और इंटर्नशिप आदि की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए दो सप्ताह तक की छूट की अनुमति दी जा सकती है. नयी शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में परियोजना कार्य, ग्रीष्मकालीन स्कूल और इंटर्नशिप आदि जरूरी किया गया है.
झारखंड के राज्यपाल भी इससे पूर्व दे चुके हैं निर्देश
झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिति सीपी राधाकृष्णन भी राज्य के सभी विवि को एकेडमिक कैलेंडर की घोषणा करने तथा इसका सख्ती से पालन करने का निर्देश दे चुके हैं. साथ ही कहा था कि कैलेंडर का पालन नहीं करनेवाले को चिह्नित करें व जिम्मेवारी तय करें. राज्यपाल ने सभी विवि के कुलपति निर्देश दिया है कि वे एकेडमिक कैलेंडर का पालन करने के लिए स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करें.