रांची. एनएच 23 पर नगड़ी के आगे पतराचौली टोल प्लाजा में नट ढीला होने के कारण हाइ मास्ट लाइट गिरा था. इसका खुलासा जांच में हुआ है. इसके बाद टोल टैक्स वसूल करनेवाली कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया गया है. जानकारी के मुताबिक चार फरवरी को हाइ मास्ट लाइट के टेपों पर गिरने से इटकी के कुल्ली गांव की रहनेवाली मां-बेटी की मौत हो गयी थी और कई लोग घायल हो गये थे. इसके बाद एनएचएआइ झारखंड के आरओ एनएल योतकर ने जांच का आदेश दिया था. जांच राज्य सरकार की एजेंसी से करायी गयी. जांच में यह मामला सामने आया है कि हाइ मास्ट लाइट का नट ढीला था. सीसीटीवी कैमरा देखने से भी पता चला कि कुछ लड़कों ने नट को ढीला कर दिया था. जिससे यह घटना हुई. इस मामले में टोल प्लाजा का संचालन कर रहे मेसर्स राजेंद्र सिंह की जिम्मेवारी मानी गयी है. हाइ मास्ट लाइट के नट को कैसे व किस परिस्थिति में किसी ने ढीला किया, इसे गंभीर माना गया है. उस पर निगरानी कैसे नहीं हुई? ऐसे में एजेंसी के ऊपर एनएचएआइ द्वारा जुर्माना किया गया है. साथ ही टोल प्लाजा संचालन के कार्य से हटाने का आदेश दिया गया है. अब एनएचएआइ द्वारा इस टोल प्लाजा के लिए दूसरी एजेंसी की तलाश की जा रही है.
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