रांची.
केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा ने रविवार को अलबर्ट एक्का चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका. इस दौरान तानाशाही बंद करो व तानाशाही सरकार नहीं चलेगी जैसे नारे भी लगाये गये. इससे पूर्व आंदोलनकारी जयपाल सिंह मुंडा पार्क के पास जमा हुए. यहां से नारे लगाते हुए सभी अलबर्ट एक्का चौक पहुंचे. पुतला दहन के दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच कुछ देर के लिए झड़प की स्थिति भी बन गयी.पुलिस के साथ हल्की धक्का-मुक्की भी हुई
दरअसल, पुतला दहन के लिए पहुंचे कुछ लोग चौक की परिक्रमा करना चाहते थे. लेकिन, उन्हें पुलिस ने रोका. इस दौरान हल्की धक्का-मुक्की भी हुई. इसके बाद पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. उन्होंने कहा कि हम यहां पुतला दहन करने आये हैं और पहले इस कार्यक्रम को कर लें. इसके बाद आंदोलनकारियों ने पुतला दहन किया. इस दौरान निरंजना हेरेंज, कुंदरसी मुंडा, प्रेमशाही मुंडा, फूलचंद तिर्की समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
सरकार से अब कोई उम्मीद नहीं : गीताश्री उरांव
मोर्चा की ओर से गीताश्री उरांव ने कहा कि सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर गयी है. बंदूक के साये में रैंप का निर्माण किया जा रहा है. लगभग तीन महीने से सिरमटोली रैंप के खिलाफ सरना समुदाय के लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन, सिरमटोली रैंप को हटाने के बजाय उसके निर्माण कार्य में तेजी लायी गयी है. उन्होंने कहा कि इस सरकार से हमारी अब कोई उम्मीद नहीं है. हमारा आंदोलन जारी रहेगा. हम आंदोलन के दूसरे तरीके पर भी विचार कर रहे हैं. अब सरकार आंदोलन की आवाज को भी दबाने की कोशिश कर रही है.
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