Babulal Marandi, रांची : झारखंड स्थापना दिवस के दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2050 तक राज्य को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि इसके लिए रोडमैप तैयार है. हालांकि नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी का मानना है कि राज्य सरकार अपने निर्धारित लक्ष्य से पहले ही विकसित राज्यों की पंक्ति में खड़ा हो सकता है. उन्होंने इसके लिए बकायदा फुल प्रूफ प्लान भी बता दिया है. बीजेपी के इस वरिष्ठ नेता ने ये सारी बातें एक्स हैंडल पर लिखी है.
क्या लिखा है बाबूलाल मरांडी ने
बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि अगर राज्य सरकार दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाये और मूलभूत मुद्दों पर साफ नीयत के साथ काम करें, तो झारखंड अगले 25 साल का इंतजार किये बिना ही विकसित राज्यों की कतार में खड़ा हो सकता है. जरूरत है तो बस सरकार इसके लिए अपनी प्राथमिकताएं तय करें और जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई करें.
बाबूलाल बोले- झारखंड की स्वास्थ्य प्रणाली लोगों को भटका रही है
बाबूलाल मरांडी के मुताबिक सरकार को सबसे पहले झारखंड के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधार करने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने लिखा कि वर्तमान हालात बताते हैं कि प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली आम लोगों को राहत देने के बजाय उन्हें भटका रही है. मरीजों का लगातार एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल रेफर किया जाना गंभीर समस्या बन चुकी है. इसके लिए हर अस्पतालों में आधुनिक उपकरण, स्वच्छ पेयजल, पर्याप्त बेड, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और पर्याप्त संख्या में डॉक्टर्स रहना जरूरी है.
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सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने इसके बाद कानून-व्यवस्था पर ध्यान देने की बात कही है. उनका मानना है कि कानून-व्यवस्था डगमगाएगी तो सुरक्षा का वातावरण भी कमजोर होगा तो लोग असुरक्षित महसूस करेंगे और कोई भी कारोबारी राज्य में निवेश नहीं करना चाहेंगे. इसके लिए जरूरी है कि सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं. अपराध छोटा हो या बड़ा किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं होनी चाहिए.
शिक्षा का मजबूत ढांचा झारखंड के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने इसके अलावा शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना उसका बुनियादी अधिकार है. शिक्षा का मजबूत ढांचा ही झारखंड के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है. अगर बच्चों को बेहतर स्कूल, योग्य शिक्षक और आवश्यक संसाधन मिलें, तो यही नई पीढ़ी राज्य को विकास की राह पर मजबूती से आगे ले जाएगी.
सरकार सहयोग और संवेदनशीलता के साथ काम करें
बाबूलाल मरांडी का मानना है कि झारखंड का विकास तभी संभव है जब सरकार लोगों की समस्याओं को समझें, उन पर संवेदनशीलता दिखाये और राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर काम करें. उन्होंने कहा कि विकास सिर्फ नारे से नहीं आता है. इसके लिए निरंतर प्रयास, ईमानदार नीयत और नागरिकों के प्रति जवाबदेही जरूरी है.
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