रांची : राज्य में गैर लोकतांत्रिक तरीके से स्थानीय नीति घोषित करने, सरकार के संरक्षण में सांप्रदायिक ताकतों को उन्माद फैलाने की छूट देने, जबरन भूमि अधिग्रहण एवं राज्य में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर 14 मई को वामदलों द्वारा संयुक्त रूप से झारखंड बंद का आह्वान किया गया है. भाकपा नेता भुवनेश्वर मेहता, राज्य सचिव केडी सिंह, माकपा राज्य सचिव गोपीकांत बख्शी, मासस के सुशांतो मुखर्जी ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी.
श्री मेहता ने कहा कि राज्य सरकार ने जल्दबाजी में स्थानीय नीति को घोषित कर भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है. पीढ़ियों से यहां रहनेवाले लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. ऐसे में बेहतर होगा कि इस नीति को खारिज कर सभी दलों से राय मशविरा कर स्थानीय नीति की घोषणा की जाये. उन्होंने कहा कि हजारीबाग व बोकारो में सत्ताधारी दल के सांसद व विधायक की कार्यशैली के कारण दंगा होने की नौबत आयी. राज्य सरकार सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन कर आदिवासियों की जमीन कॉरपोरेट घरानों को सौंपने का मन बना चुकी है.
झाविमो ने 14 की बंदी का नैतिक समर्थन किया
रांची. झामुमो की ओर से 14 मई को सरकार की स्थानीय नीति के खिलाफ बुलाये गये बंद का झाविमो ने भी समर्थन किया है़ झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि उनकी पार्टी बंद का नैतिक समर्थन करती है़ स्थानीयता राज्य की जनता का मुद्दा है़ यहां के लोगों के भविष्य से जुड़ा है़ स्थानीयता के सवाल पर झाविमो लंबे समय से संघर्ष करता रहा है़ राज्य में स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर हमने सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठायी है़ उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस मुद्दे पर 11-12 जून को आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की है़ .
सरना महासभा ने किया बंद का समर्थन
रांची. आदिवासी सरना महासभा ने खतियान को स्थानीयता का आधार बनाने की मांग करते हुए 14 मई के झारखंड बंद का समर्थन किया है़ महासभा के संयोजक व पूर्व विधायक देवकुमार धान ने कहा कि 14 मई काे झारखंड बंद कराने सड़क पर उतरेंगे़ उन्होंने कहा कि जो विधायक इस मांग का समर्थन नहीं करेंगे, उनके विधानसभा क्षेत्र में उनका पुतला दहन किया जायेगा़ श्री धान ने कहा कि स्थानीयता के लिए जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं को भी आधार बनाया जाये़ राज्य का गठन लंबे संघर्षों का परिणाम है इसलिए स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए़
मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया
रांची. सरना पूजा समिति पहाड़ी टोला के तत्वावधान में सोमवार को अलबर्ट एक्का चौक पर मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन किया गया. पुतला दहन स्थानीय नीति में संशोधन की मांग को लेकर किया गया. समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि स्थानीय नीति में कई खामियां है अौर इसमें संशोधन करना जरूरी है. मांग की गयी कि स्थानीय नीति 1932 के खतियान के आधार पर हो. अन्य बिंदुअों पर भी संशोधन की मांग की गयी. इस मौके पर रूपचंद केवट, दीपू सिन्हा, समी तिर्की, अरविंद मिश्रा, रवि प्रजापति, सुशील मिंज, मुकेश लकड़ा, प्रमोद गोप, दिनेश उरांव, संतोष गोप सहित अन्य उपस्थित थे.
