रांची : प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को शहादत व राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया. गुरुवार को मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में प्रार्थना सभा व महात्मा गांधी के विचारों पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस मौके पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि गांधी जी की काया नहीं है, लेकिन उनके विचार आज भी अमर हैं. गांधी जी एक राजनीतिज्ञ थे.
उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई आनेवाली पीढ़ियों के लिए लड़ी. इसके लिए उन्होंने सत्य और अहिंसा का रास्ता अपनाया. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज महात्मा गांधी के विचारों-आदर्शों की ज्यादा जरूरत महसूस होती है. भारत माता की कोख से सूफी, संत, महात्मा पैदा हुए हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया को सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाया है.
शिक्षाविद प्रो डॉ वीपी शरण ने महात्मा गांधी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे पहले बापू बने, फिर महात्मा और फिर राष्ट्रपिता. उनका असहयोग आंदोलन चंपारण से अंग्रेजों के खिलाफ अत्याचार का सबसे बड़ा आंदोलन बना था. मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि हम इस महान विभूति को शत-शत नमन करते हैं, जिनके आदर्शों पर चल कर यहां तक पहुंचे हैं. कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि हम सरकार में सहभागी हैं.
इसलिए हम यह निवेदन करना चाहेंगे कि सोशल मीडिया के माध्यम से गांधी के आदर्शों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने वाले व्यक्तियों को चिह्नित कर दंडित किया जाये. प्रवक्ता राजेश गुप्ता ने महात्मा गांधी के 30 अनमोल वचनों को उद्धृत किया. गोष्ठी का संचालन आलोक कुमार दुबे ने किया. मौके पर मानस सिन्हा, रवींद्र सिंह, निरंजन पासवान, कुमार राजा, ईश्वर आनंद, अनादि ब्रह्म, डॉ गुलफाम मुजीबी, काली चरण मुंडा, मंजूर अहमद अंसारी, रोशन लाल भाटिया, प्रेम प्रकाश शाहदेव, अमिताभ रंजन, सुरेश बैठा, डॉ विनोद सिंह, मदन मोहन शर्मा आदि मौजूद थे.शैलेश चौबे, आदित्य विक्रम जायसवाल, प्रेम कुमार, कुमुद रंजन, सुशील वर्मा, जितेंद्र त्रिवेदी, अख्तर अली आदि मौजूद थे.