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फनी का असर झारखंड पर भी पड़ेगा, रांची में सभी स्कूल बंद, आज ओड़िशा से टकरायेगा फनी
रांची : चक्रवाती तूफान फनी का असर झारखंड पर भी पड़ेगा. खास कर जमशेदपुर, सरायकेला खरसावां, संताल परगना के जिले आैर सिमडेगा, गुमला आदि इलाकाें में व्यापक असर पड़ने की संभावना है. रांची अौर आसपास के इलाके में तूफान का आंशिक असर पड़ने की संभावना है. हालांकि तीन मई की दोपहर बाद से रांची अौर […]
रांची : चक्रवाती तूफान फनी का असर झारखंड पर भी पड़ेगा. खास कर जमशेदपुर, सरायकेला खरसावां, संताल परगना के जिले आैर सिमडेगा, गुमला आदि इलाकाें में व्यापक असर पड़ने की संभावना है. रांची अौर आसपास के इलाके में तूफान का आंशिक असर पड़ने की संभावना है. हालांकि तीन मई की दोपहर बाद से रांची अौर आसपास के इलाके में मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, जबकि मौसम विभाग ने तेज हवा भी चलने की आशंका व्यक्त की है.
इसका असर चार मई तक रहने की संभावना है. इसे देखते हुए रांची जिला प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर तीन व चार मई को सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. जमशेदपुर, गुमला, सिमडेगा , दुमका में पहले ही जिला प्रशासन ने तीन मई से स्कूल बंद करने का आदेश दे दिया.
एक मई की रात लगभग आठ बजे कांके सहित कुछ इलाके में थोड़ी देर के लिए तेज हवा चली. तेज बारिश भी हुई. लगभग 12.5 मिमी बारिश रिकार्ड की गयी. गुमला आदि इलाके में तेज हवा व बारिश से कई कई पेड़ उखड़ गये अौर घरों से छप्पड़ उड़ गये. कांके के कुछ क्षेत्रों में पेड़ भी उखड़ गये.
छह मई को मौसम शुष्क रहेगा : मौसम विभाग के अनुसार तीन मई को चक्रवाती तूफान अोड़िशा के गोपालपुर व पुरी में 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से टकरायेगा. इससे रांची अौर आसपास में रूक-रूक कर मध्यम दर्जे की बारिश होगी व 30 से 40 किलोमीटर प्रति धंटा की रफ्तार से तेज हवा चलेगी. चार मई को भी दक्षिणी-पूर्वी अौर उत्तरी पूर्वी झारखंड के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्के व मध्यम दर्जे की वर्षी हो सकती है.
पांच मई को उत्तरी-पूर्वी झारखंड के कुछ जिलों में हल्के व मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. छह मई को मौसम शुष्क रहेगा. मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम के पूर्व भाग, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, धनबाद, जामताड़ा, दुमका अौर पाकुड़ जिले में तेज हवा व बारिश से भारी वर्षा हो सकती है.
जरूरत पड़ने पर ही सेना की मदद : तूफान के जमशेदपुर में व्यापक असर पड़ने की आशंका को देखते हुए शहर के सभी निजी अौर सरकारी स्कूलों को बंद करा दिया गया है. साथ ही राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम को शहर में बुला लिया गया है.
साथ ही सेना को अलर्ट पर रखा गया है. आवश्यकता पड़ने पर ही सेना की मदद ली जायेगी. कच्चे मकान अौर जिनके घर नहीं हैं, उन्हें सुरक्षित रखने के लिए शहरी अौर ग्रामीण क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविर बनाये गये हैं.
नदी किनारे रहनेवालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गयी है. कुछ वर्ष पूर्व आये फेलिन तूफान से ज्यादा असर फनी की पड़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है .
तूफान को लेकर मौसम विभाग द्वारा बंगाल, अोड़िशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू समेत अन्य राज्यों में अलर्ट अौर चेतावनी जारी करने के बाद जमशेदपुर के उपायुक्त अमित कुमार ने जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की आपात बैठक जिला सभागार में की. उपायुक्त ने संबंधित सभी पदाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया.
आज ओड़िशा से टकरायेगा फनी
आठ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
भुवनेश्वर/नयी दिल्ली : बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान फनी शुक्रवार की दोपहर तक ओड़िशा के पुरी जिले के चंद्रभागा से टकरा सकता है. इस दौरान हवा की गति 175-185 किलोमीटर प्रति घंटा से 205 किलोमीटर प्रति घंटा तक होने की संभावना है. तट से टकराने के बाद इसके ओड़िशा के गोपालपुर और चांदबली के बीच से गुजरने की आशंका है.
इस बीच, ओड़िशा में हाई अलर्ट जारी करते हुए स्कूल-कॉलेजों को दो मई तक बंद कर दिया गया है. तूफान के कारण ओड़िशा के तटीय इलाकों से आठ लाख लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
वहीं, लोगों के लिए 880 कैंप बनाये गये हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, ओड़िशा में पुरी से करीब 430 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम से 225 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और पश्चिम बंगाल के दीघा में 650 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में फनी चक्रवात केंद्रित है. इधर, तूफान के चलते आंध्रप्रदेश में तेज बारिश हो रही है. साथ ही तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ इलाके चक्रवात से प्रभावित हो सकते हैं.
आंध्रप्रदेश में तेज बारिश शुरू, बिहार व बंगाल में असर
प्रधानमंत्री ने तूफान से निपटने को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा की.
एयरपोर्ट अधिकारियों को सावधान रहने का निर्देश. भुवनेश्वर, कोलकाता में ज्यादा असर.
सेना हाई अलर्ट पर
किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए नौसेना, वायुसेना, सेना और तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है. एनडीआरएफ, ओडीआएएएफ और दमकल जवानों को प्रशासन की मदद के लिए संवेदनशीन क्षेत्रों में भेजा गया है.
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