रांची : आगामी लोकसभा व विधानसभा में सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में किचकिच के आसार नजर आ रहे हैं. 17 जनवरी को हुई महागठबंधन की बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर अाधिकारिक रूप से घोषणा करने पर सहमति बनी थी, लेकिन अब तक सीट शेयरिंग पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है. ऐसे में सीट शेयरिंग को लेकर एक बार फिर फरवरी के पहले सप्ताह में महागठबंधन में शामिल दलों की बैठक होनी है. इसमें लोकसभा की 14 सीटों व विधानसभा की 81 सीटों के लिए विभिन्न दलों की ओर से दावेदारी की जानी है.
सूत्रों के अनुसार महागठबंधन में शामिल विभिन्न दलों की ओर से लोकसभा की 29 व विधानसभा की 150 से अधिक सीटों पर दावेदारी की जा सकती है. लोकसभा में कांग्रेस नौ, झामुमो छह, झाविमो तीन, राजद तीन, माले तीन, माकपा दो, भाकपा दो व मासस एक सीट पर दावा करने की तैयारी में हैं. कांग्रेस लोकसभा की रांची, धनबाद, गोड्डा, खूंटी, चाईबासा, लोहरदगा, पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर सीट पर दावेदारी कर सकता है.
वहीं झामुमो लोकसभा की छह सीटों पर दावा करने की तैयारी में है. विधानसभा चुनाव में झामुमो को अधिक सीटें देने पर सहमति बनी, तो वह चार सीटों पर भी समझौता कर सकता है. पिछले लोकसभा चुनाव में झामुमो ने दुमका और राजमहल की सीटें जीती थी. सिटिंग सीटों के अलावा झामुमो की नजर गोड्डा, गिरिडीह, चाईबासा और जमशेदपुर पर है. इधर झाविमो कोडरमा, चतरा और पलामू सीट पर दावा कर सकता है.
राजद पलामू, गढ़वा के अलावा कोडरमा सीट पर दावेदारी को लेकर दबाव बनाने की तैयारी में है. भाकपा हजारीबाग सीट चाहता है. माकपा रांची और राजमहल सीट पर, माले कोडरमा, पलामू और धनबाद सीट चाहता है. धनबाद सीट पर मासस भी दावेदारी को लेकर तैयार है.