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खूंटी: जवानों का सुराग नहीं, वार्ता करने गयी पुलिस के साथ भिड़े पत्थलगड़ी समर्थक, एक की मौत

-लाठीचार्ज में दो दर्जन पत्थलगड़ी समर्थकों को लगी चोट, पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल-पुलिस ने एक दर्जन से अधिक आंसू गैस के गोले दागे-घाघरा गांव के प्रत्येक घर की ली गयी तलाशी-100 से अधिक पत्थलगड़ी समर्थकों को पकड़ पुलिस ने की पूछताछ प्रभात खबर टोली रांची/खूंटी : खूंटी के अनिगड़ा में सांसद सह लोकसभा […]

-लाठीचार्ज में दो दर्जन पत्थलगड़ी समर्थकों को लगी चोट, पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल
-पुलिस ने एक दर्जन से अधिक आंसू गैस के गोले दागे
-घाघरा गांव के प्रत्येक घर की ली गयी तलाशी
-100 से अधिक पत्थलगड़ी समर्थकों को पकड़ पुलिस ने की पूछताछ

प्रभात खबर टोली
रांची/खूंटी : खूंटी के अनिगड़ा में सांसद सह लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा के आवास पर हमला कर तीन पुलिसकर्मियों को अगवा करनेवाले पत्थलगड़ी समर्थकों ने पुलिस की वार्ता की पहल को दो बार ठुकरा दिया. बुधवार सुबह करीब आठ बजे पुलिस ने हैंड माइक से एलान कर घाघरा में मौजूद ग्रामसभा के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया. पर पत्थलगड़ी समर्थक तैयार नहीं हुए. यहां करीब 1500 की संख्या में पत्थलगड़ी समर्थक जुटे थे. सभी 500 से अधिक मोटरसाइकिल, करीब 100 ट्रैकर और चार चक्के वाहन से आये थे. तीर-धनुष सहित अन्य पारंपरिक हथियार से लैस थे. वार्ता का प्रस्ताव ठुकराये जाने के बाद पत्थलगड़ी समर्थकों और पुलिस के बीच सुबह करीब 8.15 झड़प शुरू हो गयी. पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. आंसू गैस के गोले छोड़े. बचाव में हवाई फायरिंग भी की.

झड़प के बाद मची भगदड़ में एक पत्थलगड़ी समर्थक की मौत हो गयी. इसकी पुष्टि पुलिस मुख्यालय ने की है. हालांकि उसकी पहचान नहीं हो पायी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर रिम्स भेज दिया है. पुलिस बल और रैफ के जवानों ने पत्थलगड़ी समर्थकों को खदेड़ कर जम कर पीटा. जवाब में पत्थलगड़ी समर्थकों ने भी पुलिस पर पत्थराव किये. इसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. पुलिस ने जवानों की खोज में दिन भर घाघरा में सर्च अभियान चलाया. एक-एक घर में घुस कर अगवा किये जवानों की खोज की. पर सफलता नहीं मिली. पर जवानों की इंसास राइफल भी नहीं मिली है.

अगवा करने के बाद स्कूल में रखा गया था जवानों को
पुलिस ने मौके पर 100 से अधिक पत्थलगड़ी समर्थकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. लेकिन किसी ने कोई सुराग नहीं दिया. सूचना मिलने के बाद पुलिस अगवा जवानों की तलाश में घाघरा के सरकारी स्कूल में भी गयी. जहां पर जवानों को अगवा करने के बाद रखा गया था. पर वहां भी कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच सुबह करीब 10 बजे डीसी ने हैंड माइक से पुन: पत्थलगड़ी समर्थकाें से वार्ता के लिए आने की अपील की. डीसी व एसपी ने ग्रामीणों से साफ कहा कि वे अगवा जवानों को उनके हवाले कर दें. पुलिस आगे कोई कार्रवाई नहीं करेगी. पुलिस ने दर्जनों ग्रामीणों से पूछताछ की, पर किसी ने जवानों की कोई जानकारी नहीं दी. करीब 11 बजे एसपी व डीसी के आदेश पर घाघरा में एक बार फिर सर्च अभियान चलाया गया. करीब दो घंटे की तलाशी में पुलिस को इस बार भी सफलता नहीं मिली.
मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर घाघरा, खटंगा व घाघीडीह पहुंची पुलिस
अगवा जवानाें के मोबाइल लोकेशन के जरिये पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे. मोबाइल का लोकेशन घाघरा मिला. इसके आधार पर बुधवार को दिनभर पुलिस ने इस गांव में सर्च अभियान चलाया. इसके बाद मोबाइल का लोकेशन खटंगा गांव में मिला. पुलिस ने यहां पर भी सर्च अभियान चलाया. इसके बाद मोबाइल का लोकेशन घाघीडीह गांव मिला. पुलिस वहां भी गयी, पर कुछ नहीं मिला. पत्थलगड़ी समर्थक जवानाें को दूसरे गांव में ले गये
सांसद कड़िया मुंडा के आवासकी सुरक्षा बढ़ायी गयी
सांसद कड़िया मुंडा के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. आवास परिसर में गुमला जिले के पुलिस निरीक्षक डीके वर्मा सहित लाठी पार्टी के 38 जवान तैनात हैं. आवास के समीप मुख्य पथ पर डीएसपी पलामू शंभु सिंह के नेतृत्व में करीब 30 जवानों की तैनाती की गयी है.
500 रुपये दंड देनेके डर से पहुंचे थेकई लोगपत्थलगड़ी सभा में खूंटी सहित विभिन्न प्रखंडों के दर्जनों गांवों के सैकड़ों लोग शामिल थे. पुलिस ने जब पूछा कि दूर गांवों से यहां क्यों आये हो, तो लोगों ने कहा कि ग्रामसभा का निर्णय था. नहीं आने पर 500 रुपये दंड देने पड़ते. इसलिए आना पड़ा़.

पुलिस महानिरीक्षक नवीन कुमार सिंह की अपील: पुलिस टकराव नहीं चाहती है, गांववाले जवानों को लौटा दें

रांची रेंज के आइजी नवीन कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस जवानों की सकुशल वापसी और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. पुलिस गांववालों से टकराव नहीं चाहती है. पुलिस नहीं चाहती है कि किसी गांववाले को बेवजह परेशानी हो. पुलिस का लक्ष्य जवानों की सकुशल वापसी है. जवान कहां रखे गये हैं, इसका अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है. घाघरा गांव में पुलिस के पहुंचने से पहले ही जवानों को कहीं और लेकर चले गये हैं. सुबह में गांववालों ने तीर-घनुष चलाया था,
इस कारण पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. इसमें एक युवक घायल हो गया था.बाद में उसकी मौत हो गयी. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. गांववालों से आग्रह किया गया है कि वे कानून को हाथ में नहीं लें.

पुलिस को शक : पुलिस को शक है कि पत्थलगड़ी समर्थक अगवा किये गये जवानाें को घाघरा से दूर किसी गांव में ले गये हैं.

इन जवानों को िकया गया है अगवा
1500 पत्थलगड़ी समर्थक जुटे थे घाघरा में
सभी 500 बाइक और करीब 100 चार पहिया वाहन से आये थे
भगदड़ के दौरान वाहनाें के शीशे टूटे, वाहन छोड़ भागे लोग, पुलिस के जाने पर लोग लौटे
सर्च के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को वाहन ले जाने को कहा
3000 जवानों की तैनाती
रांची व जमशेदपुर से रैफ की दो कंपनी, जैप के अलावा रांची, खूंटी, चाईबासा, गुमला, जमशेदपुर, सरायकेला, सिमडेगा जिले से तीन हजार जवानों को किया गया है तैनात
डीसी सूरज कुमार व एसपी अश्विनी सिन्हा घाघरा में हैं तैनात
आइजी नवीन सिंह व डीआइजी होमकर के नेतृत्व में चला सर्च
रात आठ बजे आइजी व डीआइजी पहुंचे कड़िया मुंडा के आवास, बेटे जगन्नाथ से ली जानकारी
भाग निकले यूसुफ पूर्ति, जोनास और बलराम समद
घाघरा में आयोजित ग्रामसभा में पत्थलगड़ी के नेतृत्वकर्ता यूसुफ पूर्ति, गैंग रेप का मास्टरमाइंड जॉन जोनास तिड़ू व बलराम समद भी मौजूद थे. पुलिस इन्हें गिरफ्तार करने के लिए ही मंगलवार घाघरा गयी थी. पर तीनों आराम से भाग निकले.

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