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Jharkhand: उग्रवादियों की कंपनियां कर रही कोल ट्रांसपोर्टिंग, सीआइडी की जांच में खुलासा

II प्रणव II रांची : चतरा में सीसीएल की परियोजनाओं में उग्रवादी संगठन टीपीसी की बिना मंजूरी के दूसरी कंपनियों को काम करना मुश्किल है. चतरा में कोयला परियोजनाओं से कई कंपनियां जुड़ी हैं. इसमें एक-दो को छोड़ दें, तो शेष कंपनियों की ट्रांसपोर्टिंग का काम टीपीसी के उग्रवादी या उनके समर्थक करते हैं. करीब […]

II प्रणव II

रांची : चतरा में सीसीएल की परियोजनाओं में उग्रवादी संगठन टीपीसी की बिना मंजूरी के दूसरी कंपनियों को काम करना मुश्किल है. चतरा में कोयला परियोजनाओं से कई कंपनियां जुड़ी हैं. इसमें एक-दो को छोड़ दें, तो शेष कंपनियों की ट्रांसपोर्टिंग का काम टीपीसी के उग्रवादी या उनके समर्थक करते हैं.

करीब दर्जन भर ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां टीपीसी के हार्डकोर उग्रवादियों और उनके समर्थकों की है. इसका खुलासा सीआइडी की रिपोर्ट में हुआ है. हजारीबाग के तत्कालीन आयुक्त डॉ प्रदीप कुमार की रिपोर्ट पर सीआइडी डीएसपी ने पिछले साल इसकीजांच की थी.

कई कंपनियों का संबंध आक्रमण से

सीअाइडी की रिपोर्ट के अनुसार, सीसीएल की मगध और आम्रपाली परियोजना की करीब दर्जन भर सहयोगी कंपनियां प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से टीपीसी के हार्डकोर उग्रवादी आक्रमण उर्फ रवींद्र उर्फ विनायक ( लावालौंग, चतरा) द्वारा संचालित की जाती हैं.

करीब 90 फीसदी कोयले का उठाव वेदांता इंटरप्राइजेज, गणपति ट्रेडर्स, मां गंगे कोल ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड, प्रेम प्रकाश इंटरप्राइजेज, टीडी इंटरप्राइजेज, सूर्यालक्ष्मी इंटरप्राइजेज करता है. इन कंपनियों का संबंध आक्रमण से है.

इनके अलावा आधुनिक, हिंडालको, बीकेबी, लेमको के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कोयला का डीओ लगा कर आक्रमण के माध्यम से कोयले का उठाव कराया जाता है. आक्रमण लेवी भी वसूलता है. यह सब करोड़ोंं में होता है. हिस्सा कई लोगों को जाता है.

आक्रमण का है पाली ऑटो मोबाइल्स : आक्रमण का चतरा के टंडवा रोड, प्लांट नंबर 356, प्लाॅट नंबर 114, बाईपास रोड में पाली आॅटोमोबाइल्स के नाम से टाटा मोटर का सर्विस स्टेशन है.

डीओ धारकों और ट्रक मालिकों से करोड़ों की वसूली

टंडवा में आम्रपाली परियोजना में आक्रमण उर्फ राम विनायक भोक्ता और मगध परियोजना में भीखन गंझू उर्फ दिनेश गंझू उर्फ सौरभ द्वारा डीओ धारकों से प्रति टन 254 रुपये की उगाही की जाती है. इसके अलावा जो ट्रक मालिक कोयले का उठाव करते हैं, उनसे कम दूरी के लिए प्रति ट्रक 2200 और लंबी दूरी के लिए 3200 रुपये वसूले जाते हैं. यह राशि करोड़ों में होती है.

कंपनी किसी की, ट्रांसपोर्टिंग करते हैं टीपीसी के लोग

आधुनिक : कंपनी के मालिक महेश अग्रवाल है. ट्रांसपोर्टिंग का काम टीपीसी समर्थक सुभान मियां, प्रेम प्रकाश उर्फ मंटू और विंदेश्वर गंझू द्वारा किया जाता है. कोयला जमशेदपुर भेजा जाता है.

हिंडालको : कंपनी के मालिक सोनू अग्रवाल हैं. इस कंपनी द्वारा डीओ लगाया जाता है. इसकी ट्रांसपोर्टिंग व लिफ्टिंग का काम टीपीसी समर्थक सुभान मियां, परमेश्वर गंझू, बिंदु गंझू व प्रेम प्रकाश करते हैं.

बजाज ग्रुप, लेमको ललितपुर : इस कंपनी के मालिक इंद्रराज भदोरिया हैं.

कंपनी द्वारा डीओ व ट्रांसपोर्टिंग का काम किया जाता है. इसका काम टीपीसी समर्थक सुभान मियां, प्रेम प्रकाश उर्फ मंटू, परमेश्वर गंझू और बिंदु देखते हैं.

राहुल कार्बन : इस कंपनी के मालिक उमेश धानुका और आदित्य धानुका हैं. इस कंपनी द्वारा डीओ लगाया जाता है. जबकि इसके ट्रांसपोर्टिंग का काम टीपीसी समर्थक सुभान मियां, प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मंटू, परमेश्वर गंझू और बिंदु द्वारा किया जाता है.

ट्रांसपोर्टिंग में टीपीसी व समर्थकों की कई कंपनियां

वेदांता इंटरप्राइजेज : यह कंपनी टीपीसी के हार्डकोर आक्रमण की है. हालांकि कागज पर कंपनी का मालिक आक्रमण का भाई अमन कुमार भोक्ता के अलावा अर्जुन गंझू और सुबोध गंझू का दिखाया गया है. यह कंपनी हिंडालको और आधुनिक कंपनी की ट्रांसपोर्टिंग का काम करती है.

गणपति ट्रेडर्स : यह कंपनी भी आक्रमण की है. लेकिन मालिक के तौर पर परमेश्वर गंझू का नाम दिखाया गया है. वेदांता इंटरप्राइजेज का एक पार्टनर अर्जुन का भाई परमेश्वर

गंझू है.

यह कंपनी हिंडालको और आधुनिक कंपनी की ट्रांसपोर्टिंग का काम करती है.

नेशनल परिवहन : यह कंपनी टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू के साले पंकज साहू की है.

मां गंगे कोल ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड : इसका मालिक बिंदेश्वर गंझू है . भिखन टीपीसी का हार्डकोर उग्रवादी है. काम आदित्य साव और सुधांशु रंजन संभालता है.

प्रेम प्रकाश इंटरप्राइजेज : इसका मालिक टीपीसी समर्थक प्रेम प्रकाश सिंह और मंटू सिंह है. प्रमोद कुमार दास और उज्ज्वल दास काम की देखरेख करते हैं.

टीडी इंटरप्राइजेज : मालिक सबिदा खातून, पति एस मियां. सहयोगी संजीव सिंह.

एआर इंटरप्राइजेज : मालिक जाबिर अंसारी (एस मियां का दामाद).

सूर्या लक्ष्मी इंटरप्राइजेज : मालिक सूरज उरांव, अलेश कुमार दास, प्रदीप राम और रामलाल प्रसाद.

मां इंटरप्राइजेज : मालिक मिथिलेश कुमार, सुनील कुमार और प्रमोद कुमार गंझू.

भारत कोल ट्रेडिंग : मालिक अक्षय पांडेय, मुखिया, राहमू पंचायत और मंजूर आलम.

पीयूष कोल ट्रेडिंग : प्रमोद कुमार वर्मा.

गणगोपाल इंटरप्राइजेज : मालिक दिनेश गंझू उर्फ सौरभ. ट्रांसपोर्टिंग का काम प्रेम सागर मुंडा और राजेश सिंह करता है.

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