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खूंटी : पत्थलगड़ी के किंगपिन विजय कुजूर को दिल्ली से किया गिरफ्तार, बबीता कच्छप सहित अन्य भी नामजद
खूंटी और सरायकेला पुलिस को कई मामलों में थी तलाश रांची/सरायकेला/खूंटी : पत्थलगड़ी कर खूंटी और सरायकेला में विधि व्यवस्था को चुनौती देनेवाला किंगपिन विजय कुजूर को सरायकेला पुलिस ने दिल्ली के महिपालपुर से गिरफ्तार कर लिया है. उसे रविवार को सरायकेला लाया गया. विजय कुजूर शिपिंग कॉरपोरेशन अॉफ इंडिया की कोलकाता शाखा में जीएम […]
खूंटी और सरायकेला पुलिस को कई मामलों में थी तलाश
रांची/सरायकेला/खूंटी : पत्थलगड़ी कर खूंटी और सरायकेला में विधि व्यवस्था को चुनौती देनेवाला किंगपिन विजय कुजूर को सरायकेला पुलिस ने दिल्ली के महिपालपुर से गिरफ्तार कर लिया है. उसे रविवार को सरायकेला लाया गया. विजय कुजूर शिपिंग कॉरपोरेशन अॉफ इंडिया की कोलकाता शाखा में जीएम के पद पर कार्यरत है. सरायकेला एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पूछताछ के बाद विजय को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
एक माह से आॅफिस से गायब था कुजूर
सरायकेला एसपी ने बताया, गिरफ्तारी की डर से विजय कुजूर ऑफिस से एक माह से भागा हुआ था. वह दिल्ली में छिप कर रह रहा था. पुलिस को इसकी सूचना मिली थी.
इसके बाद टीम गठित कर दिल्ली भेजी गयी. कई दिनों तक कैंप करने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ा. वह आदिवासी महासभा का थिंक टैंक भी है. विजय कुजूर की पत्नी टाटा स्टील में स्पोर्ट्स डिविजन में कार्यरत है. सरायकेला एसपी के मुताबिक, मामले में बबीता कच्छप फरार है. उसकी भी तलाश की जा रही है.
विजय कुजूर को पकड़ने में आरआइटी थाना प्रभारी अंजनी कुमार,चांडिल इंस्पेक्टर सिया शरण प्रसाद व जेएसआइ अविनाश कुमार की तीन सदस्यीय टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है.
संविधान की गलत व्याख्या करता था : खूंटी के कांकी गांव में पिछले साल 25 अगस्त को एसपी, डीएसपी सहित तीन दर्जन पुलिसकर्मियों को बंदी बनाने के पीछे विजय कुजूर के ही हाथ होने की बात सामने आयी थी.
इसके बाद भी खूंटी में जैप के जवानों को बंधक बनाया गया था. पुलिस के मुताबिक, विजय कुजूर और उसके साथी पत्थलगड़ी को लेकर संविधान की गलत व्याख्या कर भोले-भाले आदिवासियों को भड़काते हैं. खूंटी, पूर्वी सिंहभूम, सिमडेगा आैर सरायकेला के गांवों में इसका तेजी से प्रचार-प्रसार किया जा रहा था. स्कूल, कॉलेज के अलावा सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर यह लिखवा दिया था कि आदिवासी 2019 के चुनावों का बहिष्कार करेंगे, क्योंकि उनकी परंपरा में चुनाव कराना असंवैधानिक है. मामले में खुफिया विभाग ने भी वरीय अफसरों को जानकारी दी थी.
क्या-क्या आरोप
खूंटी के कांकी गांव में 25 अगस्त को एसपी, डीएसपी और तीन दर्जन जवानों को बंधक बना कर घंटों रखा गया था. हरवे हथियार से लैस होकर सरकारी कामकाज में बाधा डालने की घटना में विजय कुजूर नामजद अभियुक्त है. मामले में खूंटी थाने में कांड संख्या 102/17 दर्ज है
खूंटी के भंडरा गांव में सभा कर संविधान की गलत व्याख्या करने, प्रशासन के खिलाफ लोगों को भड़काने, सरकारी पदाधिकारियों व कर्मचारियों का घेराव कर प्रताड़ित करने को लेकर 24 जून 2017 को खूंटी थाने मेंं कांड संख्या 102/17 दर्ज किया गया था. इसमें भी विजय कुजूर नामजद अभियुक्त है
सरायकेला के ईचागढ़ थाने के जामदोहा व काटगोढ़ा गांव में करीब तीन माह पूर्व पत्थलगड़ी की गयी थी. प्राथमिकी में विजय कुजूर, बबीता कच्छप सहित अन्य नामजद आरोपी थे
एसपी ने बताया कि विजय कुजूर ने फेसबुक पर पत्थलगड़ी के खिलाफ प्रशासन आये तो खून की नदियां बहने लगेंगी, जैसी बातें पोस्ट किया था. वह ट्विटर और अन्य माध्यमों से भी लोगों को भड़काता था.
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