रांची : राजधानी में मंगलवार को लोगों का गुस्सा भड़क उठा. लोग सड़कों पर उतर आये. आगजनी कर रोड को जाम कर दिया. सुरक्षा बलों ने अंचल अधिकारी (सीओ) वंदना भारती और उनकी टीम को चारों ओर से घेरकर सुरक्षा कवच प्रदान किया. वहीं, आक्रोशित लोगों ने सहजानंद चौक पर टायर में आग लगा दी. बांस-बल्ली लगाकर सड़क को चारों ओर से जाम कर दिया. इस दौरान सड़क से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गयी. स्कूली बच्चे भी देर तक जाम में फंसे रहे. अरगोड़ा चौक के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गयीं.
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अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित सहजानंद चौक के पास शाम करीब चार बजे अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन ने हनुमान मंदिर को तोड़ दिया. वहां स्थापित दो मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया. प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये और सड़क पर उतर आये. काफी देर तक लोग हंगामा करते रहे. लोगों के गुस्से को भांपते हुए अतिक्रमण हटाने गये मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात अरगोड़ा की सीओ वंदना भारती और टीम के अन्य सदस्यों को पुलिस बलों ने घेर लिया.
आक्रोशित लोगों का कहना था कि मंदिर को तोड़ने और मूर्ति जब्त कर ले जाने का अधिकार किसी को नहीं है. अरगोड़ा थाना प्रभारी ने लोगों को समझा कर शांत करने का प्रयास किया, पर उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. घटना की गंभीरता को देखते हुए हटिया डीएसपी विकास पांडेय, कोतवाली डीएसपी भोला सिंह और सिटी डीएसपी राजकुमार मेहता भी मौके पर पहुंचे. लेकिन आक्रोशित लोगों ने पुलिस की किसी भी बात को मानने से इनकार कर दिया. लोगों की मांग थी कि मंदिर को दोबारा नहीं तोड़ा जाये और मूर्ति को वहां स्थापित किया जाये.
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पंचमुखी मंदिर में रखी गयी थी मूर्तियां : स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए बाद में जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने दोनों मूर्तियों को दोबारा से उसी मंदिर में रखने का निर्णय लिया. दोनों मूर्तियों को जब्त कर पास में ही स्थित पंचमुखी मंदिर में रखा गया था. वहां से दोनों मूर्तियों को फिर से लाया गया और मंदिर में स्थापित की गयी. इसके बाद शाम करीब सात बजे स्थानीय लोगों का आक्रोश शांत हुआ. मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती मंदिर के आस- पास कर दी गयी है. मामले में अरगोड़ा थाना प्रभारी रतिभान सिंह ने पूछने पर बताया कि विधि- व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करनेवालों पर प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
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