रांची/चाईबासा : सारंडा समेत पूरे कोल्हान क्षेत्र का आतंक कहलाने वाला नक्सली संदीप दा उर्फ संदीप सोरेन उर्फ मोतीलाल सोरेन को पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने बुधवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ के बीच से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, उसके दो-तीन साथी भागने में कामयाब रहे. उसकी गिरफ्तारी जेटिया थाना क्षेत्र के लतार कुंदरीझोर में आयाेजित फुटबॉल मैच के दौरान की गयी. उसकी गिरफ्तारी से संबलपुर देवगढ़ सुंदरगढ़ डिवीजन का बुंडु-चांडिल सब जोन तथा साउथ छोटानागपुर जोन के बीच की मेन कड़ी टूट गयी है.
गुरुवार को एसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता में कोल्हान डीआइजी साकेत कुमार सिंह ने इसका खुलासा किया. उन्होंने बताया कि संदीप के पास से यूएस निर्मित 9 एमएम की एक विदेशी पिस्तौल, 9 एमएम की पांच जिंदा कारतूस तथा उसके निशानदेही पर छह एचई बम (हाई एक्टप्लोसिव बम) बरामद किया गया है. संदीप के खिलाफ 7 हत्याओं समेत कुल 36 मामले दर्ज हैं. 16 जनवरी 2011 को चाईबासा जेल से भागने से पहले संदीप के खिलाफ 17 मामले दर्ज थे. जबकि जेल से भागने के बाद उसके खिलाफ पुलिस ने 19 मामले दर्ज किये हैं.
कैसे पकड़ा गया
संदीप के दस्ते द्वारा ‘क्लीन चाईबासा ग्रीन चाईबासा’ नामक फुटबॉल टीम का गठन किया था, जिसमें उसके दस्ते के कुछ सदस्य भी खिलाड़ी के तौर पर शामिल थे. जबकि टीम के अन्य खिलाड़ी स्थानीय गांव के ही थे. यह टीम बुधवार को लतार कुंदरीझोर में आयोजित चार दिवसीय फुटबॉल मैच में शामिल हुयी थी. टीम की हौसला अफजाई के लिये संदीप भी आया हुआ था. शायद वह भी कुछ देर के लिये फुटबॉल खेलता. इधर, संदीप के मैच में आने की पुलिस को पुख्ता खबर लगी. संदीप को सैकड़ों लोगों की भीड़ के बीच से गिरफ्तार करने के लिये एसपी अनीश गुप्ता के नेतृत्व में 9 पुलिस पदाधिकारियों की टीम बनायी गयी. टीम के 6 सदस्य जहां लीड कर रहे थे. वहीं 3 सदस्य बैकअप में थे. दो गाड़ियों में सादी वर्दी से सभी अधिकारी फुटबॉल मैदान पहुंचे तथा मुखबीर के इशारे पर संदीप की पहचान करते हुये उसे गिरफ्तार कर लिया.