दुलमी : रजरप्पा थाना क्षेत्र के जामसिंघ निवासी पदुम देवी की बहन बसंती देवी ने महिला आयोग को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगायी. उन्होंने कहा है कि मेरी बहन पदुम देवी को उनके पति सीरू पंचायत के मुखिया हरिवंश महतो ने बिना वैधानिक प्रक्रिया का पालन किये ही छोड़ दिया. वर्ष 2015 में पंचायत चुनाव के दौरान लोक अदालत में समझौता हुआ.
इसमें मेरी बहन को सम्मानपूर्वक घर में रखने, दो कमरे का मकान देने, उपज का आधा हिस्सा देने व भरण पोषण करने पर सहमति बनी थी. 15 मई को सड़क दुर्घटना में मेरी बहन के दोनों पैर टूट जाने के बाद इसकी सुध तक नहीं ली गयी. उसे लावारिस हालत में छोड़ दिया गया. गाैरतलब हो कि पीड़िता के माता-पिता की मौत पूर्व में ही हो चुकी है.
पीड़िता के भाई और भाभी हैं. वह मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं. उन्होंने महिला आयोग से न्याय दिलाने की गुहार लगायी. वहीं, दूसरी अोर मुखिया हरिवंश महतो ने कहा है कि एग्रीमेंट का पालन किया जा रहा है. हमें फंसाने का प्रयास किया जा रहा है.