पाकुड़. शहर के सिंधी धर्मशाला में गायत्री परिवार की ओर से आयोजित 51 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की शुरुआत सोमवार को कलश यात्रा से हुई. कलश यात्रा शिव शीतला मंदिर से निकाली गई, जो शहर भ्रमण करते हुए हरिणडांगा बाजार, आंबेडकर चौक, बिरसा चौक, तातीपाड़ा, गांधी चौक, रेलवे फाटक, जैन धर्मशाला होते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंची. इस दौरान पीली साड़ी पहने 251 कन्याओं ने माथे पर कलश लेकर शहर का भ्रमण किया. यात्रा में गायत्री परिवार के कई साधक व भक्त शामिल रहे. यज्ञ समिति के मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि यज्ञ 21 से 24 अप्रैल तक चलेगा. सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कार्यक्रम के पहले दिन पहले दिन अपराह्न में गोष्ठी और शाम 6 से रात 9 बजे तक युग संगीत प्रवचन होगा. वहीं 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे से ध्यान और प्रज्ञा योग के बाद देव पूजन और विभिन्न संस्कार होंगे. 23 अप्रैल की सुबह यज्ञ और शाम को दीपदान महायज्ञ व संगीत प्रवचन का आयोजन होगा. 24 अप्रैल को गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम समाप्त होगा. भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए कई स्टॉल लगाए जाएंगे. कलश यात्रा में गायत्री परिवार से शिव शंकर निराला,अमलान मिश्रा, पंकज वर्मा, लाली गुप्ता, मुरारी मंडल, ओंकार शर्मा, ममता जायसवाल समेत बड़ी संख्या में साधक मौजूद थे.
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