किस्को,लोहरदगा : कृषि विज्ञान केंद्र, किस्को में जैव प्रौद्योगिकी का पशुपालन में भूमिका विषय पर बाएफ द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन किस्को प्रखंड प्रमुख सरिता देवी ने किया. मौके पर एनआइएबी के डॉक्टर नागेंद्र हेगड़े ने बताया कि एनआइएबी द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर किसानों एवं पशु पालकों की समस्याओं को समझने की कोशिश की जा रही है,
ताकि भविष्य में जैव प्रौद्योगिकी की समस्याओं का निदान किया जा सके. उन्होंने बतलाया कि संस्थान प्रधानमंत्री द्वारा चयनित पिछड़े जिलों में प्राथमिकता के तौर पर मिलन 2018 कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. कार्यशाला के माध्यम से पशुपालन संबंधित समस्याओं से रू-ब-रू होने का अवसर मिला है.
उन्होंने बताया कि एनआइएबी के निर्देशक डॉ सुबीर मजूमदार ने इस कार्यक्रम का आयोजन लोहरदगा में कराने का निश्चय किया. ताकि जिले के पशुपालकों से जुड़े विकास विकासोन्मुख कार्यों को बढ़ावा मिल सके. उपस्थित वैज्ञानिकों ने पशुपालन से संबंधित क्षेत्रीय समस्याओं से अवगत कराया. कार्यक्रम में डॉ पंकज सुमन ने पशुपालको को पशुपालन, पोषण, प्रजनन एवं स्वास्थ्य संबंधित विषयों की जानकारी दी. मौके पर डॉक्टर संतोष कुमार ने पशुपालकों का संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस कार्यक्रम में शॉर्टकट सीमेन के उपयोग से बच्चों की संख्या बढ़ाने हेतु चलाए जा रहे कार्यक्रम के बारे में भी अवगत कराया गया.
कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने पशु पालकों से उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्राकृतिक घरेलू उपचार की विधियों पर जानकारी भी प्राप्त किया. इस कार्यक्रम में लोहरदगा के अलावा खूंटी, रांची, गुमला, सिमडेगा, गढ़वा, सरायकेला, धनबाद, हजारीबाग, लातेहार, चतरा, पलामू जिलों के पशुपालन से जुड़े किसानों ने भाग लिया.
मौके पर एनआइएबी से डॉक्टर नागेंद्र हेगड़े, डॉक्टर पंकज सुमन, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ रघुनंदन सिंह, केवीके डॉक्टर शंकर कुमार सिंह, जिला गव्य विकास पदाधिकारी लोहरदगा मोबाइल टीवीओ डॉक्टर हरेंद्र पाल भगत, टीबीओ किस्को डॉक्टर प्रज्ञा लकड़ा, बैंक के जिला प्रभारी प्रेम कुमार एवं रांची से संतोष कुमार, अजीत कुमार, संजीत कुमार सहित उमेश कुमार, विकाश कुमार, सुनील कुमार आदि मौजूद थे.