प्रतिनिधि बालूमाथ. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चमातू गांव में सीसीएल द्वारा संचालित कोल परियोजना में सीसीएल व कार्यरत कंपनी की मनमानी को लेकर रविवार को ग्रामीणों ने बैठक की. सीसीएल व कार्यरत कंपनी के कार्यप्रणाली का जमकर विरोध किया. ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2019 में उनके गांव में सीसीएल द्वारा मगध फेज-3 कोलियरी खोली गयी थी. इसमें सीसीएल द्वारा गैरमजरूआ भूमि के एवज में नौकरी मुआवजा दिलाने का वादा किया गया था. एकरारनामा कर कहा गया था कि स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए गार्ड, ड्राइवर, मैकेनिक आदि कार्य पर स्थानीय युवाओं को रखा जायेगा, पर यहां कार्यरत कंपनी द्वारा समय-समय पर स्थानीय लोगों की छंटनी कर रही है. कंपनी ने रोजगार से जुड़े कई लोगों को नौकरी से हटाने की बात कही है. जबकि सीसीएल को अभी भी इस इलाके में कई एकड़ भूमि में खनन कार्य करना है. ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा की सीसीएल नौकरी-मुआवजे के वादे को पूरा करें व स्थानीय लोगों को रोजगार दे. कंपनी अपने रवैया में सुधार नहीं लाती है तो ग्रामीण शीघ्र आंदोलन करेंगे. सीसीएल का कार्य बाधित कर देंगे. ग्रामीणों ने लातेहार उपायुक्त से मामले पर संज्ञान लेते हुए पहल करने की मांग भी की है. मौके पर चेतलाल रामदास, मिथुन साव, त्रिवेणी साव, राजेंद्र राम, मोहन साव, दामोदर साव, दशई साव, मुकेश साव, सुरेंद्र साव, खुशियाल साव, शीतल साव, हिरामन साव, कुलदीप साव समेत अन्य लोग कई मौजूद थे.
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